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थानेदार ने युवक को खंभा पकड़वाया, 20 सेकेंड में 11 बेल्ट मारीं, थाना इंचार्ज सहित 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. जौनपुर में थानेदार ने युवक की आधे घंटे तक पट्टे से पिटाई की। उसने सिपाहियों से युवक के दोनों हाथ पिलर से पकड़वा दिए। इसके बाद युवक के बेहोश होने तक लगातार पट्टे चलाता रहा। युवक के होश में आने के बाद इंस्पेक्टर ने उसे डंडे और कुर्सी से भी मारा।
पीड़ित पिटाई के दौरान बार-बार अपनी गलती पूछता रहा। मगर इंस्पेक्टर ने उसकी कोई बात नहीं सुनी। एसपी ने घटना में कार्रवाई करते हुए मुंगरा बादशाहपुर थाने के इंचार्ज समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए...
मुंगरा बादशाहपुर थाना क्षेत्र के हेमापुर तरहठी निवासी तौफीक का परिवार में ही किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। दूसरे पक्ष के मुजाहिद ने शनिवार को थाने आकर तौफीक के खिलाफ मारपीट व गाली- गलौज का मुकदमा दर्ज करा दिया।

तौफीक का आरोप है कि पुलिस उन्हें घर से पकड़ लाई। थाना इंचार्ज विनोद कुमार मिश्र ने खंभे में पकड़वा कर बेल्ट से आधे घंटे तक पीटा, जिससे वह बेहोश हो गया।

पीड़ित बोला- पुलिस ने रिश्वत ली
युवक की बेरहमी से पिटाई का किसी ने वीडियो बनाया। इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। युवक की बेरहमी से पिटाई का वीडियो संज्ञान में आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।। पीड़ित युवक ने बताया कि पुलिस ने दूसरे पक्ष से 26000 लेकर बेरहमी से पिटाई की है।

एसपी जौनपुर डॉक्टर कौस्तुभ ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी विनोद मिश्रा समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। साथ ही, विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत 14A की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

20 सेकेंड में 11 पट्टे मारे वीडियो में दिख रहा है कि थाना प्रभारी ने 20 सेकेंड में पीड़ित को 11 बेल्ट मारी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी युवक को खंभे से सटाकर उसके दोनों हाथ पकड़े दिख रहा है। पीड़ित को मारे जा रहे पट्टे की गूंजपूरे थाने में सुनाई देती है।

आसपास खड़े और बैठे पुलिसकर्मी यह देखते रहते हैं। इतनी मार खाने के बाद युवक फर्श पर गिर जाता है। फिर पुलिस उसे जबरन उठाने की कोशिश करती है। जब युवक नहीं उठता है तो पुलिसकर्मी उसे घसीट कर हवालात में ले जाते हैं।

एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया- इस प्रकार की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह कड़ा संदेश है कि वर्दी में किसी को भी मनमानी की इजाजत नहीं दी जाएगी।
 
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