सपा नेता हरीश मिश्रा को अस्पताल से निकलते ही भेजा जेल, बनारस में करणी सेना से हुई थी मारपीट
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अपने तीखे बयानों से चर्चा में रहने वाले सोशल मीडिया के महारथी बनारस वाले मिश्रा जी और सपा नेता हरीश मिश्रा को जेल भेज दिया गया। रविवार को कथित रूप से करणी सेना के सदस्यों ने हरीश मिश्रा पर हमला कर दिया था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने दो हमलावरों को पकड़ कर खूब पिटाई कर दी थी। दोनों पक्षो की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया।
इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे।दअरसल राणा सांगा पर सपा सांसद राम जी लाल सुमन के बयान के बाद करणी सेना ने आगरा में बड़े प्रदर्शन का एलान 12 तारीख को किया था। राम जी लाल सुमन के समर्थन में सपा नेता हरीश मिश्रा ने करणी सेना को चुनौती देते हुए कुकर्मी सेना कह दिया था और करणी सेना के आराध्य मां करणी पर भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। इसी बयान से नाराज होकर कथित रूप से करणी सेना के सदस्य सिगरा थाना क्षेत्र स्थित हरीश मिश्रा के घर पहुंच गए।
इसी बयान पर बहस के दौरान कथित करणी सेना के सदस्यों और हरीश मिश्रा के समर्थकों के बीच मारपीट हुई। मारपीट में हरीश मिश्रा समेत अन्य दो लोगों को काफी चोट आई। मौके पर पहुंची सिगरा पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों की शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया। इसी क्रम में आज बनारस वाले मिश्रा जी के नाम से प्रसिद्ध सपा नेता हरीश मिश्रा को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही हिरासत में ले कर जेल भेज दिया गया।
कई पार्टियों से रहा है नाता
सोशल मीडिया पर बनारस वाले मिश्रा जी के नाम से फेमस हरीश मिश्रा कई दलों में रह चुके है। काशी विद्यापीठ में भगत सिंह युवा मोर्चा नाम के संगठन से राजनीति शुरू करने के बाद हरीश मिश्रा ने कांग्रेस सेवा दल ज्वाइन किया। आपसी गुटबाजी के बाद पार्टी से हरीश मिश्रा को निकाल दिया गया था, जिसके बाद हरीश मिश्रा ने शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का दामन थामा। फिर जब शिवपाल ने पार्टी को वापस सपा में मर्ज कर दिया तो हरीश मिश्रा ने असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी ज्वाइन की और 2022 में कैंट विधान सभा से चुनाव लड़ा।
अखिलेश यादव ने कराया था शामिल
सोशल मीडिया पर योगी और मोदी पर ही नहीं बल्कि रामभद्राचार्य, रामदेव समेत कई बड़े लोगों के खिलाफ हरीश मिश्रा आपत्तिजन बयानों की वजह चर्चा में रहे। सोशल मीडिया पर इसी पॉपुलैरिटी को देखते हुए अखिलेश यादव ने कुछ दिनों पूर्व ही हरीश मिश्रा को सपा की सदस्यता दिलाई थी।