शबनम से शिवानी बन की तीसरी शादी, 3 बच्चों की मां ने धर्म बदला, 17 साल के छात्र के साथ लिए फेरे
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, अमरोहा. अमरोहा में 3 बच्चों की मां ने 17 साल के नाबालिग छात्र से तीसरी शादी की। 30 साल की महिला ने दूसरे पति को तलाक दिया। धर्म बदलकर शबनम से अपना नाम शिवानी रखा। फिर मंदिर में जाकर शादी कर ली।
शबनम की ससुराल शिवा के घर से महज 50 मीटर दूर है। शबनम की तीन बेटियां हैं, जिसे पति तौफीक ने अपने पास रख लिया है। शबनम की पहली शादी मेरठ में हुई थी। मामला सैदनगली थाना क्षेत्र का है।
अब पढ़िए पूरा मामला
9 साल पहले 2016 में शबनम की दूसरी शादी सैदनगली नगर पंचायत के रहने वाले तौफीक के साथ हुई थी। दोनों से तीन बेटियां भी हैं। 14 साल पहले तौफीक सड़क हादसे में घायल हो गया था। तब से उसका एक हाथ काम नहीं करता था। एक साल पहले फिर उसका एक्सीडेंट हो गया। वह ई-रिक्शा चलाकर घर चलाता है।
इस बीच शबनम को मोहल्ले के ही शिवा से प्यार हो गया। इस बारे में जब तौफीक को पता चला तो उसने इसका विरोध किया। दोनों में विवाद भी हुआ। मामला पंचायत तक पहुंचा। पंचायत ने फैसला सुनाया कि महिला अपनी मर्जी से जहां रहना चाहती है तो रह सकती है। 6 अप्रैल को महिला ने शिवा के साथ मंदिर में शादी की।
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शिवानी ने कहा- मैंने अपनी मर्जी से अपने पति से तलाक लिया है। |
पहला पति बोला-उसने मेरा विश्वास तोड़ा तौफीक ने बताया कि शबनम की शादी मुझसे पहले भी मेरठ में हुई थी। वहां से शादी किस कारण टूटी इसका पता नहीं। लेकिन शादी टूटने के बाद मेरे साथ शादी हुई थी। अब उसने तीसरे युवक को चुन लिया है।जिंदगी की डोर विश्वास पर टिकी होती है। जब जीवन साथी ही विश्वास को खो दे, तो किसी पर क्या विश्वास किया जा सकता है।
2011 में बाइक पर जाते समय मेरा एक्सीडेंट हो गया था। सामने से आ रहे कंटेनर ने मेरी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी थी। मुझे गंभीर चोटें आईं थी। मैं काफी समय तक बेड पर रहा। हादसे के बाद मेरा एक हाथ काम करना बंद कर दिया। इसके बाद मेरी शादी 2016 में शबनम के साथ हुई थी।
'मैं अपनी बेटियों को उससे दूर रखूंगा' एक साल पहले फिर से हादसा हो गया। मैं शारीरिक रूप से भी कमजोर हो गया। इसलिए मैं ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। मैंने उसे कभी कहीं जाने या आने से नहीं टोका। उसने पिछले शुक्रवार को मुझसे तलाक मांगा और प्रेमी के घर जाने की जिद पर अड़ी रही।
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ये तौफीक है, जिसे तलाक देकर शबनम ने तीसरी शादी की है। |
मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरे साथ जीने मरने की कसमें खाने वाली मेरी पत्नी मेरी तीन मासूम बेटियों की परवाह किए बिना इतनी पत्थर दिल हो सकती है। अब मैं अपनी बेटियों को उसकी नजरों से भी दूर रखना चाहता हूं। उससे मेरा अब कोई वास्ता नहीं रहा।
मॉर्निंग वॉक पर हुई हमारी मुलाकात शिवा ने बताया कि मैं 12वीं का छात्र हूं। मेरी उम्र साढ़े 17 साल है। 6 महीने पहले हमारे प्रेम प्रसंग की शुरुआत हुई थी। मैं रोज सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए जाता था। वहीं मेरी मुलाकात शबनम से हुई। शबनम भी मॉर्निंग वॉक करने के लिए आती थी।
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शिवा ने कहा- हम दोनों इस रिश्ते से खुश हैं। |
धीरे-धीरे हमारी मुलाकात प्यार में बदल गई। इसके बाद हमने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाई। उसने मुझे अपने तीन बेटियों के बारे में बताया था। मैंने बच्चों को भी स्वीकार कर लिया था। लेकिन शबनम के पति ने बच्चों को देने से इनकार कर दिया।
उसके बाद वह अपने परिवार को छोड़कर शुक्रवार को मेरे घर आ गई। हम दोनों ने अपनी मर्जी से शादी कर ली है। हम दोनों खुश हैं। कोई भी हमारी जिंदगी में दखलंदाजी न करे। शिवानी ने कहा कि मैं अपनी नई जिंदगी से खुश हूं। हमारी जिंदगी में कोई दखलंदाजी न करे।
बच्चों की खुशी में हमारी खुशी शिवा के पिता दाताराम सिंह ने बताया कि बेटे का जो मन किया उसने किया। औलाद के खिलाफ पिता कैसे जा सकता है। नाबालिग के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब जब बेटे ने प्रेम विवाह कर लिया है, उसकी पत्नी उसके साथ रहने के लिए राजी है। तो इसमें हम क्या कर सकते हैं? औलाद के आगे तो एक पिता मजबूर होता है। बच्चों की खुशी में हमारी खुशी है।