गाजीपुर में प्लेटफॉर्म की टूटी ग्रेनाइट पर रेलवे का जवाब- चूहों ने किया नुकसान
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सांसद अफजाल अंसारी ने गाजीपुर रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाये हैं। सांसद ने विभागीय अधिकारियों के साथ स्टेशन का निरीक्षण किया। प्लेटफॉर्म नंबर दो की स्थिति चिंताजनक मिली। यहां लगी ग्रेनाइट और पत्थर कई जगहों पर टूटकर गड्ढों में बदल गए हैं।
कहा कि ठेकेदारों ने इन गड्ढों को छिपाने का प्रयास किया। ग्रेनाइट पर ही सीमेंट भरकर खामियों को ढकने की कोशिश की गई है। विभागीय अधिकारियों ने प्लेटफॉर्म की क्षति का कारण चूहों को बताया। मालूम हो कि एक दिन पहले वाराणसी में हुई रेलवे सलाहकार बोर्ड की बैठक में सांसद अंसारी ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने कहा कि यह काम गांव में प्रधान द्वारा कराए गए नाली और खड़ंजा के कार्यों से भी खराब है। रेलवे द्वारा निर्मित विश्राम स्थल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा उद्घाटन किए जाने के बावजूद, कार्यदायी संस्था ने अभी तक इसे रेलवे को हस्तांतरित नहीं किया है। भवन पर ताला लगा हुआ है।
योजनाओं का नहीं हुआ क्रियान्वयन उन्होंने कहा कि अधिकारियों का चूहों को दोषी ठहराना न तो हमे और न ही आम जनता को पच रहा है। विभाग के पास समस्या के समाधान के लिए कई योजनाएं हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन अभी तक नहीं हुआ है।अफजाल अंसारी ने अल्पसंख्यक समुदाय के मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातें रखीं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक पिछड़ों के अधिकारों की बात तो की जाती है। लेकिन आरक्षण के नाम पर बहुसंख्यक पिछड़ों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
महिलाओं के मुद्दों पर जताई चिंता उन्होंने अल्पसंख्यक महिलाओं के मुद्दों पर भी चिंता जताई। वक्फ संपत्तियों के संरक्षण पर सवाल उठाते हुए लाल किले का उदाहरण दिया। पूछा कि लाल किले का संरक्षण उद्योगपतियों को क्यों सौंपा गया। बताया की वक्फ बिल लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो चुका है। अब यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। सांसद वर्क की संभावित गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे निर्भीक हैं। उन पर कोई गंभीर आरोप नहीं है। जनता द्वारा निर्वाचित सांसद पर लगाए गए आरोप स्पष्ट किए जाने चाहिए।