Today Breaking News

विदेशी महिला दुबई से प्राइवेट पार्ट में छिपाकर लाई ड्रग्स, डॉक्टरों ने मल द्वार से 34 कैप्सूल निकाले

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ में एक अफ्रीकी महिला तस्कर के प्राइवेट पार्ट से ड्रग्स के 34 कैप्सूल निकाले गए। वह दुबई से अपने रेक्टम (मल द्वार) में ड्रग्स छिपाकर लाई थी। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में महिला को 4 दिन ऑब्जर्वेशन में रखा गया।
डॉक्टरों ने बताया, महिला ने कैप्सूल की रैपिंग सही कर रखी थी। अगर एक कैप्सूल पेट में एसिड के कारण फट जाता तो उसकी मौके पर मौत हो सकती थी।

महिला 5 अप्रैल को चौधरी चरण सिंह (अमौसी) एयरपोर्ट पर पकड़ी गई थी। कस्टम ने उसके पास से 20 kg गांजा (हाइड्रोपोनिक वीड) बरामद किया था। पूछताछ में कबूल किया था कि उसके रेक्टम में भी ड्रग्स है।

अब विस्तार से पढ़िए...
लखनऊ एयरपोर्ट पर शनिवार (5 अप्रैल) सुबह दुबई की एक फ्लाइट (FZ443) ने लैंड किया। NCTC (नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर) के इनपुट पर कस्टम विभाग पहले से अलर्ट थी। यूगांडा की रहने वाली अनीताह नाबाफू वामुकूता को कस्टम विभाग के जवानों ने रोका और तलाशी ली। इस दौरान उसके पास से 20 kg गांजा बरामद हुआ। जिसकी कीमत 25 करोड़ की आंकी गई।
DRI ने महिला के आईकार्ड और दूसरे दस्तावेज बरामद किए हैं।
एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने उससे कड़ाई से पूछताछ की। महिला ने कबूल किया कि उसने ड्रग्स कैप्सूल के रूप में अपने पेट में रखे हैं।

DRI सूत्रों के अनुसार, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में एक्स-रे और स्कैनिंग से महिला के पेट में कैप्सूल होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उसे इलाज और निगरानी के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर किया गया। 5 से 8 अप्रैल तक DRI की निगरानी में कुल 34 कैप्सूल निकाले गए, जिनमें सफेद रंग का पाउडर भरा था।

पेट से निकले ड्रग्स का वजन 500 ग्राम
जांच में यह पदार्थ मेथाक्वालोन निकला, जिसकी कुल मात्रा 500 ग्राम थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 25 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। सभी कैप्सूल बरामद होने के बाद डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने बुधवार को आरोपी महिला अनीता नाबाफू वामुकूता को जेल भेज दिया।

KGMU ट्रॉमा सेंटर के एडिशनल MS डॉ. अमिया अग्रवाल ने बताया, यूगांडा मूल की महिला को बीते शनिवार इनवेस्टीगेशन टीम लेकर पहुंची थी। उसने रेक्टम (गुदा भाग), ऊपर के अंडर गारमेंट्स और बालों में कैप्सूल फॉर्म में ड्रग्स छिपा कर रखा था।

ट्रॉमा सेंटर में महिला डॉक्टर ने जांच की। CT स्कैन कराया गया। जिसके बाद खुद विदेशी मूल के महिला ने डेफिकेट (मल त्यागना) कर कैप्सूल निकाले। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में छिपाकर लाई गई मादक पदार्थ को भी सौंपा। अंत में कोलोनोस्कोपी करके एक बार फिर से पुष्टि की गई कि शरीर के अन्य किसी हिस्से में कोई मादक पदार्थ तो नहीं छुपाया गया।

अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क का हिस्सा
सूत्रों ने बताया, पूछताछ के दौरान वामुकुता ने कबूल किया कि वह ड्रग कूरियर के तौर पर काम कर रही थी, जिसका काम युगांडा से लखनऊ तक प्रतिबंधित सामान पहुंचाना था। अधिकारियों का मानना ​​है कि वह एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है।

एक महीने पहले भी पकड़ा गांजा
कस्टम अधिकारियों ने 4 मार्च को थाईलैंड की एक महिला को 20 किलो गांजा (हाइड्रोपोनिक वीड) के साथ गिरफ्तार किया था। उस समय भी केंद्रीय खुफिया एजेंसी NCTC के इनपुट पर कस्टम विभाग ने कार्रवाई की थी।
लखनऊ एयरपोर्ट पर चार महीने पहले 3 तस्कर 97 हजार सिगरेट की पैकेट के साथ पकड़े गए थे।
97 हजार पैकेट सिगरेट पकड़ी थी
लखनऊ एयरपोर्ट पर पांच महीने पहले 3 तस्कर 97 हजार सिगरेट की पैकेट के साथ पकड़े गए थे। यह तीनों यात्री बैंकॉक से एयर एशिया की फ्लाइट FD-146 से लेकर आए थे। तस्कर गोल्ड फ्लैक ब्रांड की यह सिगरेट तीन बड़े-बड़े बैग में लेकर आए थे।

पहले और दूसरे यात्री के बैग से 30-30 हजार पैकेट निकले थे। इसकी कीमत 11 लाख 20 हजार थी। इसके अलावा तीसरे व्यक्ति के बैग में 37 हजार पैकेट मिले थे। इसकी बाजार वैल्यू 6 लाख 29 हजार थी।
 
 '