बदमाश को पीटकर-पीटकर मार डाला, युवक को गोली मारकर छिपा था, कई थानों की फोर्स पहुंची
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मेरठ. मेरठ में 25 हजार के इनामी को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। रिंकू गुर्जर पांचली खुर्द गांव में हत्या के इरादे से पहुंचा था। उसने युवक को देखते ही फायर कर दिया। एक गोली राहुल के भाई आजाद के पैर में जा लगी। आवाज सुनकर गांव वाले इकट्ठा हो गए। भीड़ को आता देख रिंकू एक घर में घुस गया।
गुस्साए गांव वालों ने रिंकू को घर से घसीटकर बाहर निकाला। उसको इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंची है। घटना गुरुवार रात 9 बजे की है।
पांचली खुर्द निवासी रिंकू गुर्जर पुत्र रामे 7 फरवरी को जेल से छूटा था। इसके बाद 9 फरवरी को वह बाइक से गांव के इमरान को लेकर डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर के पास गया। इमरान ने अपने भाई सलमान और जावेद को फोन कर बीयर लाने को कहा।
जावेद पहले 10 बीयर लेकर आया। वो खत्म होने के बाद उसने 10 और बीयर मंगवाई। पूरी बीयर खत्म होने के बाद रिंकू और पीने की जिद करने लगा। इस पर इमरान ने रिंकू को मना कर दिया।
मगर, रिंकू नहीं माना। उसकी इमरान से गाली-गलौज शुरू हो गई। इसी बीच रिंकू ने पिस्टल निकाली और इमरान को गोली मार दीं, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। रिंकू को पकड़ने के लिए जावेद और सलमान दौड़े तो उसने उन दोनों पर भी फायर कर दिया। इसके बाद रिंकू फरार हो गया।
जेल से छूटने के बाद कहा था-एक एक से बदला लूंगा
रिंकू गुर्जर को कोर्ट ने साल 2015 में 10 साल की उम्र कैद की सजा सुनाई थी। यह सजा कोर्ट ने रिंकू को हस्तिनापुर के एक युवक की हत्या में दोषी पाए जाने पर सुनाई थी। 2025 में जनवरी महीने में रिंकू जेल से छूटकर आया था।
जेल से आने के बाद वह गांव में लोगों को कहता था कि एक-एक से बदला लेगा। गांव वालों को कहना था कि उसने लोगों से बदला लेने वालों की लिस्ट बना रखी थी। रिंकू की मां और उसके भाई ने उसे बहुत पहले ही नाता तोड़ लिया था।
रिंकू ने जब 9 फरवरी को इमरान की हत्या की तो फरार होने के समय उसने गांव में ऐलान किया था कि वह कई और लोगों को भी मारेगा।
पुलिस रिंकू की तलाश में जुटी थी जिसके बाद उस पर 25000 का इनाम घोषित किया गया। उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई। उसके बाद से रिंकू फरार चल रहा था। गुरुवार रात को वह गांव में पहुंचा। उसने राहुल और उसके भाई आजाद को मारने के इरादे से गोलियां चला दी।
SP देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया-रिंकू गांव में राहुल और उसके भाई आजाद को गोली मारने के लिए आया था। रिंकू ने राहुल पर गोली चला दी, लेकिन वो राहुल के भाई आजाद के पैर में लग गई। चश्मदीदों वालों के मुताबिक, इस पर गांव वाले और राहुल रिंकू से भिड़ गए।
जिसके बाद में रिंकू की पिस्टल छीनकर राहुल ने अपनी जान बचाने के लिए उसको गोली मार दी। हालांकि अभी तक राहुल का पता नहीं चला है। मामले की जांच की जा रही है। रिंकू के पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगा कि गोली लगी है या नहीं।