Today Breaking News

कोर्ट के बाहर सिपाही ने पत्नी को पीटा, गला दबाया तो दर्ज हुई FIR; गिरफ्तार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय में लंबित पारिवारिक वैवाहिक केस में तारीख पर आया सिपाही पीड़िता की दलीलों के बीच गिरफ्तारी के डर से कोर्टरूम से भाग निकला। कोर्ट गेट पर इंतजार के बाद पहुंची पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। गेट पर बेल्ट से उसका गला कस दिया और जान से मारने की कोशिश की।
आसपास जुटे लोगों ने छुड़ाया तो महिला बदहवास हालत में पुलिस चौकी पहुंची। महिला के चीखने और बिलखता देखकर चौकी में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस कर्मियों ने आरोपी सिपाही अनूप कुमार सिंह को कोर्ट गेट नंबर 1 से दबोच लिया और उसे लेकर चौकी पर आए। मामले की जानकारी थाना कैंट और एसीपी कैंट को दी गई।

पीड़ित पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने जानलेवा हमला समेत मारपीट की अन्य धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी सिपाही अनूप कुमार सिंह को जेल भेज दिया, वहीं पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। वहीं कोर्ट से जारी NBW वारंट का तामीला भी जेल में कराया जाएगा।

बलिया के नकाबटोला निवासी अनूप कुमार सिंह यूपी पुलिस में सिपाही है और वर्तमान में उसका ट्रांसफर जालौन जिले में हुआ है। 2014 में उसकी शादी नेहा सिंह से हुई थी लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दोनों में पारिवारिक विवाद शुरू हो गया। नेहा अपने मायके चली गई और इसके बाद पारिवारिक उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज करा दिया।

इसके बाद परिवार कोर्ट में मामला पहुंचने से पहले ससुरालीजनों ने परेशान करना शुरू किया तो पीड़िता ने बलिया में जाकर पति और सास-ससुर समेत छह के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया। इसके बाद कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई।
कोर्ट गेट पर हंगामा और मारपीट के बाद चौकी पर सिपाही अनूप सिंह और उसकी पत्नी नेहा सिंह।
उनकी पत्नी नेहा ने कोर्ट में आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही सिपाही अनूप उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। मामले में नेहा सिंह ने 24 अगस्त 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद 29 अक्टूबर 2024 को पुलिस मुख्यालय से संज्ञान लिया गया। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने पर 21 नवंबर 2024, 17 दिसंबर 2024 और 3 जनवरी 2025 को अनुस्मारक पत्र भेजे गए।

नेहा सिंह ने पुलिस महानिदेशक, लखनऊ को पत्र भेजकर आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और कार्रवाई की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को जांच के निर्देश दिए हैं। उधर, बलिया कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी करते हुए आरोपी को कोर्ट में पेश करने की बात कही। वाराणसी पुलिस को भी वारंट तामीला का निर्देश दिया।

पहले वाराणसी में तैनात था आरोपी सिपाही
उत्तर प्रदेश पुलिस के आरक्षी अनूप कुमार सिंह पहले वाराणसी यातायात पुलिस में तैनात था लेकिन 2023 में उसका तबादला जालौन कर दिया गया। तबादले के बाद से लगातार गैरहाजिर हो गया और जालौन में आमद नहीं कराई। उधर, जालौन के रिमांइडर का कोई जवाब भी नहीं दिया।

अनूप कुमार सिंह की नियुक्ति जनपद जालौन में हुई थी, लेकिन उन्होंने वहां अपनी आमद दर्ज नहीं कराई है। उसके परिजन सरकारी आवास खजुरी में ही रहते हैं, जिसे ट्रांसफर के बावजूद खाली नहीं किया है।

मामले में पुलिस अधीक्षक जालौन की ओर से फाइल खोलकर जांच बैठा दी। इसमें सामने आया कि अनूप कुमार सिंह वाराणसी के मृतक आश्रित कोटे से भर्ती हुए थे और वर्तमान में वाराणसी में ही रह रहे हैं। हालांकि उन पर विधिक और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

पत्नी ने पारिवारिक उत्पीड़न के अलावा सिपाही अनूप कुमार सिंह पर जन्मतिथि में हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने, अनुशासनहीनता, गैरहाजिरी और पत्नी को प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

कोर्ट में पीड़िता और आरोपी सिपाही को तलाक के लिए लंबित केस में जज ने गवाही के लिए बुलाया था। नेहा सिंह कोर्टरूम में थी, तभी अनूप भी पहुंच गया। जज ने कार्रवाई शुरू की तो अभियोजन के वकील ने अनूप कुमार सिंह के खिलाफ पत्नी को प्रताड़ित करने की दलील दी।
वाराणसी की कचहरी चौकी पर प्रार्थनापत्र लेकर पहुंची पीड़िता नेहा सिंह।
इसके बाद बलिया में NBW होने की बात कही, जिसके बाद मौका पाकर सिपाही कोर्टरूम से बाहर आ गया और पत्नी का इंतजार करने लगा। गेट नंबर 01 पर नेहा के बाहर आते ही अनूप ने उसे गालियां देना शुरू किया और फिर बेल्ट निकालकर पीटने लगा। उसने नेहा का गला बेल्ट से कस लिया और जान लेने का प्रयास किया।

आसपास जुटी महिलाओं ने विरोध करते हुए नेहा को छुड़ाया तो वह दौड़कर चौकी पर पहुंची। नेहा ने बताया कि उसका पति उसे पीट रहा है और जान लेने की कोशिश कर रहा है। शिकायत के बाद चौकी इंचार्ज के साथ पहुंची पुलिस टीम ने सिपाही को हिरासत में ले लिया और चौकी लेकर पहुंचे। पीड़िता नेहा की तहरीर पर केस दर्ज किया और फिर थाने की हवालात में बंद कर दिया।

पहले भी मारपीट कर चुका अनूप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह पहली बार नहीं है जब अनूप ने मारपीट या जान लेने का प्रयास किया हो। नेहा सिंह ने बताया कि आज पहले भी जब वह अपने मुकदमों की पैरवी के लिए वाराणसी जाती हैं, तो अनूप सिंह न्यायालय परिसर के अंदर और बाहर उनके साथ अभद्र व्यवहार करता है, गाली-गलौज करता है और धमकाता है। मामले को देखते हुए पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने इस पूरे प्रकरण की जांच वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट स्तर पर की जाए और नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
 
 '