गाजीपुर में रिश्वतखोरी चरम पर 15 माह में पकड़े गए 14 रिश्वतखोर, सबसे अधिक लेखपाल
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जनपद में रिश्वतखोरी खूब हो रही है। इसका अंदाजा 15 माह में एंटी करप्शन टीम की ओर से किए गए कार्रवाई से सहज ही लगाया जा सकता है। अब तक 13 सरकारी अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए थे।
रिश्वतखोरों के पद की बात करें तो सबसे अधिक पांच लेखपाल रंगे हाथ पकड़े गए थे। जबकि पुलिस विभाग से दो दारोगा और एक कांस्टेबल शामिल रहे। इसी तरह शिक्षा, स्वास्थ्य, चकबंदी और ग्राम पंचायत विभाग से भी घूसखोर रंगे हाथ पकड़े गए हैं। इसके बाद भी काम के लिए सुविधा शुल्क लेने की प्रवृत्ति रुक नहीं रही है।
11 जनवरी 2024 : सैदपुर के लेखपाल हरिगोविंद सिंह कुशवाहा को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते विजिलेंस विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया।
12 मार्च 2024 : सैदपुर कोतवाली की भीतरी पुलिस चौकी पर तैनात कांस्टेबल विवेक यादव को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
26 जून 2024 : मुहम्मदाबाद तहसील से राजस्व लेखपाल सुरेंद्र सिंह यादव को पांच हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
20 जून 2024 : डायग्नोस्टिक सेंटर के रजिस्ट्रेशन के नाम पर 40 हजार रुपये रिश्वत लेते सीएमओ के स्टोनो अनिल चौबे को गोराबाजार से गिरफ्तार किया।
22 जुलाई 2024 : विजिलेंस विभाग की टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाकार अजमत अकरम को 12 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार कर ले लिया।
2 अप्रैल 2024 : सादात थाने के दारोगा आफताब आलम को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते थाने से गिरफ्तार किया।
14 अगस्त 2024 : मुहम्मदाबाद तहसील में लेखपाल राजेश यादव को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
30 सितंबर : विजिलेंस विभाग की टीम ने चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
18 अक्तूबर 2024 : जमानिया तहसील के लेखपाल प्रभाकर पांडेय को दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया।
18 अक्तूबर 2024 : एडीओ पंचायत कौशल किशोर सिंह को विजिलेंस विभाग ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वह जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के नाम पर पांच हजार रुपये रिश्वत मांग कर रहे थे।
21 नवंबर 2024 : सैदपुर खंड शिक्षा कार्यालय में संविदा पर तैनात सहायक लेखाकार सुजीत कुमार शर्मा को 10 हजार घूस लेते एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया। मामले में बीईओ को भी आरोपी बनाए गए थे।
2 जनवरी 2025 : कासिमाबाद तहसील में तैनात पिपनार के लेखपाल को पांच हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
7 अप्रैल 2025 : रेवतीपुर थाना में तैनात दरोगा 10 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार.