गाजीपुर जिला जेल के नए जेलर वीरेंद्र कुमार, पूर्व जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह निलंबित
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जेल में बड़ी कार्रवाई की गई है। जेल से अवैध कॉलिंग के मामले में जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। गाजीपुर जेल का नया जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा को बनाया गया है। वीरेंद्र कुमार पहले बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी को अवैध सुविधाएं देने के आरोप में निलंबित हो चुके हैं।
इससे एक दिन पहले जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को भी निलंबित किया गया था। मामला तब सामने आया जब जेल में बंद विनोद गुप्ता ने अपने मुकदमे के गवाह को मोबाइल से कॉल की। गवाह की शिकायत पर डीआईजी जेल ने जांच कराई। जांच में पता चला कि जेल अधीक्षक और जेलर के करीबी पवन सिंह कार्डलेस फोन लेकर जेल की बैरकों में घूमता था।
पैसे लेकर करवाता था कॉल वह पैसे लेकर कैदियों को फोन पर बात करवाता था। विनोद गुप्ता बिहार में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का आरोपी है। उसने जेल से फोन कर पीड़ितों को धमकाया और गवाही न देने के लिए पैसे की पेशकश की। कार्रवाई के तहत 16 बंदियों और कैदियों को वाराणसी, आजमगढ़ और जौनपुर की जेलों में स्थानांतरित किया गया है।
16 कैदियों को दूसरी जेल में भेजा गया जेल प्रशासन ने 10 कैदियों को और जिलाधिकारी ने 6 कैदियों को भिन्न जेलों में भेजा है। गाजीपुर जेल का नया जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा को बनाया गया है। वीरेंद्र कुमार पहले बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी को अवैध सुविधाएं देने के आरोप में निलंबित हो चुके हैं।