सब्जी विक्रेता की गला रेतकर हत्या, घर के कमरे में लहूलुहान मिला शव, परिवार में कोहराम
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में शुक्रवार शाम हमलावरों ने घर में घुसकर सब्जी कारोबारी की हत्या कर दी। चारपाई पर लेटे सब्जी व्यापारी का धारदार हथियार से गला रेत दिया। वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए। घर में पहुंचे परिजनों को शव खून से लथपथ मिला, जिसे बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने हत्या का आरोप मृतक के सगे भाइयों पर लगाया है।
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वाराणसी के हुकुलगंज में सब्जी कारोबारी की हत्या के बाद छोटी बेटी अमृता से जानकारी लेती पुलिस। |
बंद घर में कारोबारी जितेंद्र जायसवाल की हत्या की सूचना पर लालपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। पूरे घर को सील करते हुए फॉरेंसिक टीम को बुलाया। वहीं परिजनों से अलग-अलग पूछताछ की। पूरे परिवार को घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी। जानकारी पाकर आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे है। पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी है।
लालपुर थाना क्षेत्र के हुकुलगंज राधा कटरा में सब्जी कारोबारी जितेंद्र जासयवाल (55 वर्ष) अपने तीन भाइयों के साथ रहते थे। उनके भाई सुरेंद्र जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल और धीरेंद्र जायसवाल का परिवार भी मकान में अलग-अलग मंजिल पर रहता है। घर छोटा होने के चलते जितेंद्र ने पड़ोस में भी एक कमरा किराए पर ले रखा था, जिसमें जरूरी सामान और रिश्तेदारों को रखते थे।
चार महीने पहले एक सड़क हादसे में जितेंद्र जायसवाल का पैर टूट गया और वह पूरी तरह से बिस्तर पर आ गया था। इसके बाद कारोबार भी बंद हो गया और पूरा परिवार उसके इलाज में लग गया। इसी दौरान परिवार में भाइयों से संपत्ति को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद जितेंद्र ने ठीक होकर बंटवारा या मकान बिक्री की बात कही।
शुक्रवार को जितेंद्र जायसवाल की बड़ी बेटी सोनम की विदाई थी ओर उसके ससुरालीजन आए थे। रिश्तेदारों को किराए पर लिए गए मकान में ठहराया गया था और विदाई का पूरा कार्यक्रम वहीं से हो रहा था। पैर में चोट के चलते जितेंद्र घर पर था बाकी सभी दूसरे मकान पर थे। सोनम की विदाई से पहले पिता से मिलकर गई तब जितेंद्र जीवित थे। इसके दो घंटे बाद विदाई हो गई तो छोटी बेटी अमृता सबसे पहले घर आई।
उसने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है और कमरे का टीवी चल रहा है। पिता चादर ओढ़कर सो रहे हैं जबकि यह समय सोने का नहीं है। उसने आवाज दी तो कोई जवाब नहीं आने पर चादर हटा दिया। चादर हटाते ही जितेंद्र खून से लथपथ पड़ा था। उसकी गर्दन में धारदार हथियार से वार किए गए थे और हमलावरों ने खून के ऊपर चादर ढ़क दी थी। गले पर गहरे निशान साफ नजर आ रहे थे।
अमृता की चीख सुनकर परिजन और फिर पड़ोसी कमरे में पहुंचे तो शव देखकर दंग रह गए। घर में हत्या के बाद शव मिलने से हड़कंप मच गया। वारदात की जानकारी के बाद उनके भाई भी पहुंचे, तब तक पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुला लिया।
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पुलिस ने घर को पूरी तरह से कब्जे में ले लिया है, अंदर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। |
सब्जी कारोबारी जितेंद्र जायसवाल के परिवार में पत्नी मालती के अलावा बेटा अंकित जायसवाल (23 वर्ष), बेटियों सोनम जायसवाल (29 वर्ष) और अमृता जायसवाल (20 वर्ष) हैं, जो पिता की मदद को अलग-अलग जगह प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं। पिता का पैर टूटने के बाद अंकित और अमृता ने परिवार का खर्च चलाया। पिता की चोट के बाद बड़ी बेटी सोनम ने अपनी विदाई भी चार महीने टाल दी।
शुक्रवार को उसकी विदाई से पहले बिस्तर से ही जितेंद्र ने सारे इंतजाम की जानकारी ली, उसके लिए भेजे जाने वाले सामान को पूछा और विदाई में कोई कमी नहीं छोड़ने की बात कही। परिजनों को दूसरे मकान पर भेजकर जितेंद्र टीवी देख रहे थे और जब सभी लौटे तो शव मिला।
बेटी ने लगाया चाचा और चचेरे भाइयों पर हत्या का आरोप
मृतक की बेटी अमृता जायसवाल ने अपने चाचा सुरेंद्र जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल और धीरेंद्र जायसवाल और उनके बेटों पर मिलकर हत्या का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि प्रापर्टी के लिए लगातार पिछले कुछ दिनों से दबाव बनाया जा रहा था। पिता से कई बार बड़े पिता और उनके बेटों ने विवाद भी किया था लेकिन हर बार मामला शांत हो गया। पिछले कुछ दिनों पहले ही चचेरे भाइयों ने जान से मारने की धमकी दी थी।
लालपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं और घटना के विभिन्न पहलुओं की पड़ताल कर रही है। पुलिस ने परिवार के सभी सदस्यों को घर में रहने और जांच में सहयोग करने की बात कही है। वहीं भाइयों ने आरोपों से इनकार किया है। हालांकि पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।