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क्रेडिट कार्ड से 34 लाख का साइबर-फ्राड करने वाले गिरफ्तार, मिली रेंज रोवर

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में क्रेडिट कार्ड से 34 लाख रुपए से अधिक का साइबर फ्राड करने वाले दो शातिरों को साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में से पंजाब निवासी हैप्पी सिंह सिंगापुर से मैनेमेंट की पढ़ाई करने के बाद साइबर क्राइम करने लगा था। उसका साथ वाराणसी का सौरभ कुमार पटेल दे रहा था। जिससे उसकी दोस्ती टेलीग्राम पर हुई थी।
साइबर थाने की पुलिस ने पकड़े गए आरपियों के पास से एक रेंज रोवर कार, दो आईफोन, दो एंड्रायड फोन, दो राउटर, एक रिकॉर्डर, एक कंप्यूटर मॉनिटर, एयर फाइबर डिवाइस, डेबिट कार्ड और 2370 रुपये बरामद किए हैं। फिलहाल पूछताछ के बाद दोनों को जेल रवाना कर दिया गया।

इस संबंध में डीसीपी साइबर क्राइम प्रमोद कुमार ने बताया- क्राइम थाने में 29 दिसंबर 2024 को 34 लाख के साइबर फ्राड का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मुकदमा गुड़गांव के सेक्टर-25 डीएलएफ स्थित बैंकिंग कंपनी अमेरिकन एक्सप्रेस में जूड रेजी फ्रेंकलिन प्रबंधक ने दर्ज कराया था। उन्होंने अपनी तहरीर में बताया था- चांदपुर निवासी संदीप कुमार अपना क्रेडिट कार्ड उनकी बैंकिंग कंपनी से बनवाया। संदीप को भेजा गया क्रेडिट कार्ड उन्हें नहीं मिला। संदीप को दोबारा क्रेडिट कार्ड भेजा गया। कुछ समय बाद पता लगा कि संदीप के नाम से जारी क्रेडिट कार्ड से साइबर ठग ने करीब 34 लाख रुपये की साइबर ठगी की है।

डीसीपी अपराध प्रमोद कुमार ने बताया- इस सूचना के बाद साइबर क्राइम टीम ने सर्विलांस और डिजिटल फुट प्रिंट से साइबर अपराधियों की तलाश की तो उसमें चांदपुर थाना मंडुआडीह के रहने वाले सौरभ कुमार पटेल का नाम सामने आया। सौरभ विकास नगर कालोनी चांदपुर का रहने वाला है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी तो उसने जुर्म क़ुबूल लिया और पंजाब के संगरूर सिटी के धूरी गेट, सिंह सभा गुरुद्वारा के पास रहने वाले हैप्पी सिंह का नाम लिया और उसे ही मास्टरमाइंड बताया।

साइबर क्राइम डीसीपी ने बताया- हैप्पी सिंह के घर पुलिस पहुंची तो उसकी लग्जरी लाइफ देख कर दंग रह गई। उसके पास एक रेंज रोवर और कई मंहगी गाड़ियां साथ ही आलिशान मकान मिला। पुलिस यहां से हैप्पी को गिरफ्तार कर वाराणसी ले आयी है। जहां उससे पूछताछ की गयी तो घटना का पर्दाफाश हुआ।

अब जानिए पूछताछ में दोनों अपराधियों ने क्या बताया और कैसे किया इन्होने साइबर फ्राड ?
पंजाब से पकड़े गए मास्टरमाइंड हैप्पी सिंह ने बताया - हम लोग पहले लोगों के पैन कार्ड से उसके सिविल स्कोर की जानकारी करते हैं। जिसका सिविल स्कोर अच्छा होता है। उसे आसानी से 30 से 50 लाख की लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड बैंक इश्यू कर देता है। ऐसे में जैसे ही किसी का सिविल स्कोर अच्छा मिलता था। उसके नाम से मिलते जुलते व्यक्ति की तलाश की जाती थी।

आदमी मिलने पर चेंज होता था आधार कार्ड
हैप्पी ने बताया- आदमी मिलने पर पैनकार्ड की तरह आधार कार्ड पर भी नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि बदलवाकर पता चेंज करवाया जाता था और ऐसा ही पैनकार्ड में भी कूटरचना के द्वारा किया जाता था।

इसके बाद साइबर जालसाज ऑनलाइन केवाईसी और ऑनलाइन अप्लाई कर कार्ड देने वाली कंपनी की तलाश करते थे। आनलाइन केवाईसी कराकर क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड कराते है और आनलाइन अप्लाई करके आनलाइन केवाईसी करके पोस्ट से क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर लेते है।

डीसीपी ने बताया- इस मुकदमें को अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिग कंपनी में दर्ज कराया था। तहरीर में बताया था कि मोबाइल 7652940900 व इमेल आईडी sandeepjain0007866@gmail.com के माध्यम से अमरेकिन एक्सप्रेस प्लेटिनम कार्ड आनलाइन अप्लाई कराया किया गया व विडियो केवाईसी के लिए फोन आने पर सौरभ द्वारा पुनः संदीप भारती को बुलाकर उपरोक्त कुटरचित पैन कार्ड व आधार कार्ड दिखाकर आनलाइन विडियो केवाईसी कम्पलीट करा लिया।

इस तरह से पोस्ट द्वारा क्रेडिट कार्ड नं 379854589462004 सौरभ पटेल को मिल गया।जिसके बाद क्रेडिट कार्ड कार्ड के माध्यम से लगभग 30 लाख रुपए की खरीददारी किया गया तथा आदित्य कम्युनिकेशन जो मनी ट्रासफर का काम करता है। उसके माध्यम से पैसा उसी के खाते में डलवाकर अपने लोगों के खाते में ट्रांसफर कराकर पैसा निकाल लिया गया तथा कुछ पैसा कैश भी लिया गया।

पकड़ा गया मास्टरमाइंड हैप्पी सिंह ने सिंगापुर से मैनेजमेंट का कोर्स किया है। इसके अलावा उसके जब्त किए गए पासपोर्ट की जानकारी के अनुसार वह अभी तक दस से अधिक देशों की यात्रा कर चुका है। फिलहाल दोनों को जेल भेज दिया गया है।
 
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