संगीत सोम बोले- औरंगजेब की तरह राहुल-अखिलेश देशद्रोही
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. भाजपा नेता और सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम ने कहा, औरंगजेब लाखों हिंदुओं को कटवाने और महिलाओं के साथ दुष्कर्म करवाने वाला था। काशी और मथुरा के मंदिर भी इसी ने गिरवाए हैं।
बाबर की निशानी मिटी और अयोध्या का विवादित ढांचा ध्वस्त होकर राम मंदिर बना। मैं कहता हूं कि अब समय आ गया है कि औरंगजेब की भी निशानी मिटा देनी चाहिए।
संगीत सोम ने ऐलान किया कि औरंगजेब को काशी से खत्म करके भगवान शंकर का मंदिर बनाएंगे और मथुरा से खत्म करके कृष्ण का मंदिर बनाएंगे। पूर्व विधायक ने लोगों से वचन लिया संगीत सोम मेरठ के सरधना में होली मिलन समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने कहा, काशी से लेकर मथुरा तक मंदिरों को ध्वस्त करने का काम किया, तो क्या औरंगजेब ने किसी कोर्ट का सहारा लिया क्या। किसी कोर्ट में मुकदमा चला क्या?
अगर नहीं चला तो आज हमसे क्यों कहा जाता है कि हर चीज कोर्ट के जरिए होगी। हम सभी से इस होली के त्योहार पर मैं एक चीज का समाधान चाहता हूं कि औरंगजेब की निशानी पूरे भारत से मिटा देनी चाहिए।
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संगीत सोम ने सभी को गले मिलकर होली की बधाई दी |
पूर्व विधायक ने उपस्थित लोगों को कसम खिलवाई। कहा, अगर आप सभी सहमत हैं तो फूलों की बौछार करिए। इसके बाद चारों ओर से उपस्थित भीड़ ने उनके ऊपर फूलों की बौछार कर दी।
राहुल-अखिलेश देशद्रोही संगीत सोम ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर भी विवादित टिप्पणी की। कहा, अगर औरंगजेब देशद्रोही था तो राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी देशद्रोही की श्रेणी में आते हैं। औरंगजेब कैसे महान हो सकता है, कांग्रेस ने इसके नाम पर सड़कें बनवाईं।
जानिए औरंगजेब से जुड़ा पूरा विवाद क्या है...
3 मार्च 2025: औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए, वह क्रूर शासक नहीं 3 मार्च को अबू आजमी ने कहा था- हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए हैं। मैं उसे क्रूर शासक नहीं मानता। छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ाई थी। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू और मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता।
4 मार्च 2025: मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ा गया, बयान वापस लेता हूं बयान पर विवाद के बाद आजमी ने कहा- मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया। फिर भी मेरी बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं। मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने लिखा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुष के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की।
विवाद बढ़ने पर अबू आजमी ने कहा था- इसे हिंदू-मुसलमान एंगल न दें विवाद बढ़ने पर अबू आजमी ने कहा था- औरंगजेब ने मंदिरों के साथ मस्जिदों को भी नष्ट किया। अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होता, तो 34% हिंदू उसके साथ नहीं होते। उसके शासनकाल में भारत को स्वर्ण चिड़िया कहा जाता था। इसे हिंदू-मुसलमान एंगल से नहीं देखना चाहिए।
सपा विधायक ने आगे कहा था- औरंगजेब ने 52 वर्ष शासन किया और अगर वह सच में हिंदुओं को मुसलमान में परिवर्तित करते, तो सोचिए कितने हिंदू परिवर्तित हो जाते। 1857 की विद्रोह में जब मंगल पांडे ने लड़ाई शुरू की, तो उसका साथ सबसे पहले मुसलमान बहादुर शाह जफर ने दिया था।
वहीं, डिप्टी CM एकनाथ शिंदे ने बयान का विरोध करते हुए कहा था कि अबू आजमी पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।
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महाराष्ट्र विधानसभा में भी दो दिन पहले आजमी के बयान के खिलाफ भाजपा-शिवसेना विधायकों ने प्रदर्शन किया था। |
कौन हैं अबू आजमी? अबू आजमी यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। वह महाराष्ट्र में सपा के विधायक हैं। पिछले चुनाव में अबू आजमी ने महाराष्ट्र की मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से जीत हासिल की थी। 1995 में अबू आजमी के नेतृत्व सपा ने 2 सीटें जीती थीं। 2004 में अबू आजमी ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2002 से 2008 तक सपा से राज्यसभा सदस्य रहे अबू ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस पार्टी के गुरुदास कामत से हार गए। 2009 से 2024 के बीच अबू मानखुर्द शिवाजी नगर से 3 बार जीत हासिल कर चुके हैं।
जानिए मकबरे के बारे में... औरंगजेब की मृत्यु 1707 में 87 वर्ष की आयु में हुई थी। उनको औरंगाबाद से 25 किलोमीटर दूर खुल्दाबाद में दफनाया गया, जहां उनकी पत्नी की कब्र 'बीबी का मकबरा' स्थित है। अपनी वसीयत में औरंगजेब ने इच्छा व्यक्त की थी कि उन्हें खुल्दाबाद में दफनाया जाए। जहां उनके गुरु, सूफी संत सैयद जैनुद्दीन को दफनाया गया था। यह मकबरा सैयद जैनुद्दीन के परिसर में स्थित है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि उन्हें एक साधारण खुली हवा वाली कब्र में दफनाया जाए। बाद में हैदराबाद के निजाम ने भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन के अनुरोध पर मकबरे के चारों ओर संगमरमर की ग्रिल लगाई थी।