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प्रेमी संग पिकनिक पर जाती थी पूर्व मंत्री की बहू, शराब के लिए बर्तन तक बेच दी

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, झांसी. झांसी में पूर्व मंत्री की बहू की हत्या कर दी गई। लाश बेडरूम में मिली। पास में बॉयफ्रेंड सोया था, जबकि पति कमरे में ही सोफे पर नशे में धुत पड़ा था। परिवार का कहना है कि बहू और बेटा रोज शराब पीते थे। पड़ोसियों ने बताया कि पूर्व मंत्री की बहू शराब के लिए घर के बर्तन तक बेचने को तैयार हो जाती थी।
संगीता और रविंद्र अहिरवार की शादी 2011 में हुई थी।
हत्या वाले दिन तीन लोग शराब लेकर आए थे। तीनों ने पति-पत्नी को शराब पिलाई। इसके बाद दो लोग चले गए। पति-पत्नी के साथ रोहित उनके कमरे में चला गया। रात में महिला की हत्या कर दी गई।

पोस्टमॉर्टम में संगीता के शरीर पर 9 चोटें मिली हैं। देवर की तहरीर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने महिला के बॉयफ्रेंड रोहित बाल्मीकि और पति रविंद्र अहिरवार को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों से लंबी पूछताछ की, मगर हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई। हत्या से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें रोहित शराब का गिलास लिए दिख रहा है। टीम घटनास्थल पर पहुंची। वहां संगीता की बेटी, सास और महिला किराएदार से बात की। पढ़िए, परिजन और किराएदार ने घटना के बारे में क्या बताया...

हत्या से पहले की तस्वीर देखिए...
आरोपी रविंद्र अहिरवार पूर्व मंत्री रतनलाल अहिरवार का भतीजा है। वह पत्नी संगीता और 3 बच्चों के साथ कोतवाली के लक्ष्मी गेट बाहर मोहल्ला में रहता था। संगीता की 12 साल की बेटी एंजल ने बताया- रोहित अंकल शाम को शराब लेकर घर पर आए। थोड़ी देर बाद पवन और कल्लू आ गए। तीनों ने मेरी मम्मी और पापा को शराब पिलाई। थोड़ी देर बाद पवन और कल्लू चले गए।

एंजल ने बताया- मम्मी और पापा को रोहित अंकल बेडरूम में ले गए और अंदर से कुंडी लगा ली। थोड़ी देर बाद मम्मी कराहते हुए मुझे और छोटी बहन काे बुलाने लगी। मैंने आवाज दी तो रोहित अंकल ने कमरे के अंदर नहीं जाने दिया। बोला- छत पर जाओ। ये 100 रुपए पकड़ो, चीज खा लेना। मैंने पैसे नहीं लिए। तब उसने मुझे डांटा और दरवाजा बंद कर लिया।

तब मैंने अपनी किराएदार आंटी को बताया। उन्होंने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने आकर गेट खुलवाया। तब बेड पर मां की लाश पड़ी थी और रोहित लेटा था। पिता सोफा पर सोए थे। अंदर शराब की 4 बोतलें पड़ी थी। रोहित अंकल पहले भी आते रहते थे। गेट नहीं खोलने पर वो आकर सीधे मां को पीटते थे।
संगीता की सास गिरजा देवी ने बताया- बड़ी बहू बिगड़ गई थी।
संगीता की सास गिरजा देवी ने बताया- मेरे पति तुलसीदास बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद से रिटायर हैं। मैं दोनों बेटों के परिवार के साथ झांसी में रहती थी। चाहती थी कि एक बेटा नीचे और दूसरा ऊपर रहे। मगर, बड़ी बहू संगीता के मन में कुछ और ही चल रहा था। वो शराब पीकर अपनी देवरानी से लड़ती थी। हमसे भी नहीं पटती थी।

इसलिए मैं छोटे बेटे को लेकर गांव दोन चली गई और वहां रहने लगी। पति को पेंशन मिलती है। बहू संगीता हर माह 5 हजार रुपए खर्चा लेने आती थी। वो बिगड़ गई थी, रोहित के साथ पिकनिक मनाने जाती थी। बड़ा बेटा दारू पीकर धुत रहता था। शराब पीने के बाद उसे होश नहीं रहता था कि पत्नी क्या कर रही है।

संगीता और रविंद्र की शादी 2011 में हुई थी। उसके पिता तुलसीदास सरकारी कर्मचारी थे। रविंद्र भी डेकोरेशन का काम करता था। सब कुछ ठीक चल रहा था। शादी के बाद रविंद्र शराब पीने लगा। धीरे-धीरे संगीता भी शराब की आदी हो गई। शाम ढलते ही दोनों को शराब चाहिए होती थी। इससे घर की आर्थिक हालत बिगड़ गई थी।

मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पूर्व मंत्री अपने भतीजे रविंद्र व बहू से कोई मतलब नहीं रखते थे, न ही उनका आना जाना था। रविंद्र के माता-पिता ने भी मतलब छोड़ दिया था। शराब के लिए संगीता घर के बर्तन बेचने को भी तैयार हो जाती थी।
संगीता अपने परिवार के साथ इसी घर में रहती थी।
संगीता की किराएदार शकुंतला ने बताया- मैं 15 दिन पहले ही रहने आई थी। मगर मुझे यहां ठीक नहीं लग रहा था। गुरुवार को मैं दूसरी जगह कमरा देखने गई थी। शाम को लौटी तो संगीता के बच्चे कमरे के बाहर दरवाजे पर खड़े थे। मगर रोहित गेट नहीं खोल रहा था। मुझे अच्छा नहीं लगा तो बच्चों को अपने कमरे में ले गई। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला तो पुलिस को बुलाया।
 
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