गाजीपुर में चिता की राख से खेली गई होली, भोजपुरी गानों पर नृत्य किये लोग
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के प्राचीन श्मशान घाट पर एक अनूठी होली का आयोजन हुआ। यह परंपरा काशी की तरह सदियों पुरानी है।
कार्यक्रम की शुरुआत बूढ़े महादेव मंदिर रूईमण्डी से हुई। भगवान शिव और माता पार्वती की शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए श्मशान घाट तक पहुंची। रास्ते भर लोगों ने अबीर-गुलाल उड़ाया और डीजे की धुन पर नृत्य किया।
श्मशान घाट पर पहुंचने के बाद एक अलग ही माहौल बन गया। यहां आयोजकों ने अबीर-गुलाल के साथ श्मशान की राख भी उड़ाई। यह राख उस स्थान से ली गई, जहां 24 घंटे अग्नि जलती रहती है। युवाओं ने भक्ति गीतों और भोजपुरी गानों पर जमकर नृत्य किया।
इस दौरान श्मशान में कुछ चिताएं भी जल रही थीं। आयोजकों के अनुसार यह पुरानी परंपरा कुछ समय से बंद थी, जिसे अब फिर से शुरू किया गया है। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया।