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जेल अधीक्षक ने घर बुलाया, नहीं गई तो जलील किया; डिप्टी जेलर बोलीं- कहते हैं तू जहां भी रहेगी, परेशान करुंगा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में चौकीघाट के जिला जेल अधीक्षक मुझे परेशान करते हैं। कुछ दिन पहले मुझसे कहा कि मैं सुबह 11 बजे रूम पर जाऊंगा, तुम सवा 11 बजे आ जाना। नहीं जाने पर केबिन में बुलाकर जलील किया। हर विवाद में मेरा नाम बेवजह आगे बढ़ा देते हैं।
जेल अधीक्षक उमेश सिंह की तस्वीर है। उन्होंने इन आरोपों पर बात नहीं की है
कहते हैं कि मुझे जेल मंत्री बनना है। तुम जहां रहोगी, वहां परेशान करुंगा। CM से मेरे अच्छे संबंध है। मैंने इसकी शिकायत DG जेल से की। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। CM योगी साहब अब आप ही मेरी मदद कीजिए, बेटी बचेगी, तभी आगे बढ़ेगी।

ये आरोप महिला डिप्टी जेलर ने जेल अधीक्षक पर लगाए हैं। उन्होंने रविवार को एक वीडियो जारी किया। जिसके 30 मिनट बाद ही उनका नैनी जेल के लिए ट्रांसफर कर दिया गया है। उनका कहना है कि आए दिन उनको परेशान किया जा रहा है, जिससे उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है।

चौकाघाट में महिला डिप्टी जेलर के पद पर मीना कन्नौजिया तैनात हैं। वहीं पर जेल अधीक्षक उमेश सिंह हैं। डिप्टी जेलर ने वीडियो में कहा- जेलर कार्यालय में बुलाकर अभद्र व्यवहार करते हैं। ये सिलसिला डेढ़ साल से चल रहा है।

मीना कन्नौजिया ने बताया- जिला जेल अधीक्षक ने मुझे अपने घर पर बुलाया था। मैं नहीं गई, तो उस दिन से प्रताड़ना और बढ़ गई। जेल में कोई भी विवाद होता है तो वो मेरा नाम उसमें सबसे आगे लिख के भेजते थे। हर बार बेइज्जत करते हैं।

मैंने फिर भी बच्चों की लाइफ को देखते हुए किसी से कुछ नहीं बताया। लेकिन अचानक एक कैदी की मौत मामले में जानबूझकर मेरा नाम डलवाया। इस पर मेरा सब्र टूट गया।

मीना ने बताया कि जब पानी सिर से ऊपर चला गया, तो मैंने डीजी जेल पीवी रामशास्त्री से शिकायत की। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में केवल लेटर ले लिया गया। आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई।

डिप्टी जेलर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इंसाफ मांगा है। उन्होंने कहा- बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा सरकार दे रही है। लेकिन बेटी बचेगी तभी आगे बढ़ेगी। ऐसे भक्षकों को हटा दीजिए, वरना बेटियां आगे नहीं जाएंगी। आरोपों पर बात करने के लिए जेल अधीक्षक उमेश सिंह को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
 
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