मुख्तार की पहली बरसी और ईद पर परिवार के साथ होंगे अब्बास अंसारी? गाजीपुर जाने पर संशय
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मऊ से विधायक और दिवंगत गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को कासगंज जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया। दो साल 8 महीने तक जेल में रहने के बाद अब्बास की रिहाई से उनके समर्थकों और शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
अब्बास की रिहाई के बाद सबकी नजरें 28 मार्च पर टिकी हैं, जब उनके पिता मुख्तार अंसारी की पहली बरसी पर कालीबाग कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ा जाएगा। हालांकि इस बारे में परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन लोग मानते हैं कि वह इस मौके पर जरूर उपस्थित होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने 7 मार्च 2025 को गैंगस्टर एक्ट से जुड़े एक मामले में अब्बास को अंतरिम जमानत दी थी। इसके बाद चित्रकूट कोर्ट ने दो-दो लाख रुपये के जमानतदारों के साथ उनकी रिहाई का आदेश दिया। अब्बास को नवंबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था, और फरवरी 2023 में उन्हें कासगंज जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। इस दौरान उनके खिलाफ कई अन्य मामले भी दर्ज हुए थे।
अब्बास की रिहाई के बाद उनके पैतृक निवास मुहम्मदाबाद में खुशी का माहौल है। उनके समर्थकों को उम्मीद है कि वह न केवल पिता की बरसी में शामिल होंगे, बल्कि 30-31 मार्च को पड़ने वाली ईद भी घर पर मना सकते हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की शर्तों के तहत उन्हें लखनऊ स्थित विधायक निवास पर रहने का आदेश दिया है। इससे पहले वह दो बार पेरोल पर जेल से बाहर आ चुके हैं, और अब उनकी रिहाई को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।