गाजीपुर में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव बोले- महाकुंभ का आयोजन पूरी तरह से बेकार हो गया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने महाकुंभ आयोजन को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कुंभ का आयोजन पूरी तरह से बेकार हो गया है। देश के लोग अपमानित होकर वापस लौटे हैं। पप्पू यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अधिकारी केवल कुंभ में आने वाले लोगों की संख्या का बखान कर रहे हैं, लेकिन कुंभ के दौरान हुई मौतों की संख्या को छिपाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बाबा लोगों को कुंभ में नहीं आना चाहिए, क्योंकि कुंभ गरीब लोगों के लिए है, जिनका आस्था पर भरोसा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी, सीबीआई, चुनाव आयोग और अडाणी के बिना बीजेपी चुनाव नहीं जीत सकती।
पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा भाजपा सरकार नीतीश कुमार और नायडू की बैसाखी के सहारे है। उन्होंने नीतीश कुमार और भाजपा के गठबंधन को 'बेमौसम की शादी' बताते हुए कहा कि दोनों की विचारधारा कभी नहीं मिल सकती। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा चुनाव तक नीतीश कुमार को साथ रखेगी और चुनाव के बाद उनको किनारे कर देगी।
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव शनिवार को एक केस के सिलसिले में गाजीपुर आए थे। MP-MLA कोर्ट ने 30 साल पुराने आचार संहिता उल्लंघन मामले में राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के खिलाफ दायर अपील को खारिज कर दिया। इसकी पुष्टि खुद पप्पू यादव ने कोर्ट से बाहर आने पर की। यह मामला 1993 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का है, जब मुहम्मदाबाद में पुलिस ने उनके काफिले को रोका था।
घटना 8 नवंबर, 1993 की है। जब पप्पू यादव और उमेश पासवान बक्सर (बिहार) से गाजीपुर आ रहे थे। मुहम्मदाबाद के शहनिंदा चौकी पर पुलिस ने उनके काफिले को रोका, जिस पर वे जाम लगाकर रोड पर बैठ गए। तत्कालीन थानाध्यक्ष वीएन सिंह ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले में जुलाई 2023 में सीजेएम कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। इसके बाद 6 सितंबर 2023 को जिला जज की अदालत में दोबारा अपील दायर की गई थी, जिसे MP-MLA कोर्ट में भेज दिया गया। आज कोर्ट ने इस अपील को खारिज कर दिया।