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पढ़ाई छोड़ने की जिद पर अड़ी छात्रा ने लगाई फांसी, मां ने कहा था- खींचकर ले जाऊंगी

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह 15 दिन से स्कूल नहीं जा रही थी। मां ने इसी बात पर उसे डांट दिया था।
छात्रा ने मां से कहा था- मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता। परीक्षा दूंगी तो फेल हो जाऊंगी। मैं स्कूल नहीं जाना चाहती। मुझे स्कूल मत भेजो। बेटी को डांटने के बाद मां पड़ोसी के यहां चली गई। तभी छात्रा ने एक कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। दरवाजा तोड़कर उसका शव फंदे से उतारा गया।

मामला कैंट थाना क्षेत्र के अनौला का है। यहां रहने वाले मनोज कुमार परिवार के साथ किराए पर रहते हैं। उन्होंने बताया- परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटियां और एक बेटा है। ऑटो चलाकर उनका भरण पोषण करता है। इस साल बड़ी बेटी प्रीति पटेल का ग्रेजुएशन और दूसरे नंबर की बेटी प्रिया पटेल का इंटर में एडमिशन कराया था।

ठंड शुरू के बाद से प्रिया स्कूल जाने में आनाकानी करने लगी। पूछने पर ठीक से जवाब भी नहीं देती थी। जब स्कूल जाना होता, कोई ना कोई बहाना बना देती। बीते 15 दिन से स्कूल नहीं गई थी। आज मां ने जब उसे डांटा तो झगड़ा करने लगी।
प्रिया के कमरे का दरवाजा तोड़ते परिजन और स्थानीय लोग।
मनोज के अनुसार, बेटी ने कहा कि उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता। एग्जाम दूंगी तो फेल हो जाऊंगी। मुझे घर पर रहने दो। मैं पढ़ना नहीं चाहती। इस पर मां ने डांटते हुए कहा कि कल बुधवार है और कल स्कूल जाना होगा। अगर नहीं गई तो तुम्हें खींचकर ले जाऊंगी। इसके बाद पत्नी पड़ोस में चली गई और बड़ी बेटी के साथ छोटा भाई मार्केट चला गया।

शाम लगभग 6 बजे बड़ी बेटी प्रीती जब लौटी तो दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से प्रिया ने कोई जवाब नहीं दिया। उसने खिड़की से झांककर देखा तो प्रिया पंखे के कुंडे से फंदे के सहारे लटकी थी। उसने दुपट्‌टे से फांसी लगा ली थी। शव देखकर बड़ी बेटी चिल्लाने लगी तो आसपास के लोग जुट गए।

बड़ी बेटी ने पिता मनोज को फोन करके सूचना दी। उस समय वह कचहरी चौराहे रोड पर ऑटो चला रहा था। आनन फानन में घर पहुंचा। तब तक बड़ी बेटी ने पुलिस को भी घटना की जानकारी दी, जिसके बाद कैंट थाने से दरोगा आरती गोंड और अन्य पुलिस कर्मी भी पहुंच गए। मुहल्ले वालों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा और शव को नीचे उतरवाया। पुलिस ने प्रिया के आत्महत्या करने की जानकारी परिजनों से ली और फिर फोरेंसिक टीम को सूचना दी।

बहन प्रीति पटेल ने बताया- प्रिया पढ़ने में होशियार थी, लेकिन जब से 12 वीं में उसका एडमिशन हुआ। वह पढ़ाई से भागने लगी। स्कूल जाने में आनाकानी करती थी। हम लोगों ने उसे समझाया कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर लोग फिर मत जाना स्कूल।

मंगलवार को मां ने उसे स्कूल जाने के लिए कहा तो फिर झगड़ा करने लगी। कह रही थी कि मैं किसी भी तरह से स्कूल नहीं जाऊंगी, रहूंगी नहीं तो किसको ले जाओगे। इसके बाद हम सब बाहर चले गए और वह घर में अकेली रह गई। पिता ऑटो लेकर सुबह ही निकले थे। जब 6 बजे के आसपास लौटे तो उसे लटकता पाया।
 
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