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काशी में लगेगा रैदासियों का कुंभ...CM-PM, मायावती, राहुल, अखिलेश को न्योता

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. काशी में 12 जनवरी को संत रविदास की जन्मजयंती है। शायद ही कोई साल ऐसा हो जब जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में दर्शन करने और लंगर छकने कोई राजनेता न आया हो।
रविदास जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर प्रबंधन ने पीएम मोदी, सीएम योगी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान , कांग्रेस से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को तो बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को भी दर्शन करने के निमंत्रण भेज दिया है।

यह वही महत्वपूर्ण स्थान है जो रविदास जन्मोत्सव के अवसर पर मिनी पंजाब में तब्दील हो जाता है और पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से आए लाखों श्रद्धालुओं में हजारों की संख्या विदेशों से भी होती है।


12 फरवरी को रविदास जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर प्रबंधन की ओर से भेजे गए राजनेताओं को निमंत्रण के बारे में रविदास मंदिर के श्रीगुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी केएल सरोवा ने बताया बताते हैं कि जयंती की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।

लंगर से लेकर टेंट तक की व्यवस्था कर ली गई है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने से लेकर रहने तक की पूरी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुंभ को देखते हुए पंडाल के क्षेत्रफल को दो गुना बड़ा बना दिया गया है।

केएल सरोवा ने बताया जन्मोत्सव के अवसर पर भेजे गए निमंत्रण के बारे में बताया कि इस वर्ष पीएम मोदी, सीएम योगी, पंजाब के मुख्यमंत्री, कांग्रेस से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को तो बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी निमंत्रण भेजा गया है।

उन्होंने बताया कि यह हर वर्ष भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के आने की सूचना तो नहीं आई है, लेकिन जो कोई आएगा उसका स्वागत है।

अमेरिका, लंदन, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, कनाडा, फ्रांस, थाईलैंड आदि देशों के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, उतराखंड, मध्यप्रदेश आदि राज्यों से अनुयायी आएंगे।

केएल सरोबा ने बताया कि पंजाब से बेगमपुरा एक्सप्रेस से एक फरवरी को पहला जत्था आएगा। 10 फरवरी को श्रीगुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजन दास महाराज आएंगे। उनके साथ दो हजार से अधिक अनुयायी आएंगे।

रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि और समाज-सुधारक थे। उनका जन्म वाराणसी के एक दलित परिवार में हुआ था। इनके अनुयायी उत्तर प्रदेश, पंजाब-हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में भी हैं। इनके बारे में एक मशहूर लोकोक्ति है- मन चंगा तो कठौती में गंगा।
 
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