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गाजीपुर में प्रधान ने नाबालिग लड़की को दी तेजाब फेंकने की धमकी, सदमे से हुई मौत

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के शादियाबाद थाना के एक गांव निवासी अवसादग्रस्त नाबालिग की मौत हो गई। आरोप है कि डीजीपी व मुख्यमंत्री से की गई शिकायत से खफा ग्राम प्रधान मुकदमा वापस नहीं लेने पर पीड़िता पर तेजाब फेंकवाने, भाई व पिता को जान से मारने की धमकी दी, जिससे वह सदमे में आ गई।
शादियाबाद पुलिस हंसराजपुर ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा लगाते हुए एफआइआर दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दर्ज एफआइआर में मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता ने मंटू राम के साथ मिलकर उसकी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म किया था। 14 जुलाई 2024 को उसे अगवा कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 26 जुलाई को एफआइआर दर्ज हुई, लेकिन शादियाबाद पुलिस ने ज्ञानेंद्र गुप्ता का नाम हटा दिया, जिसका जिक्र लड़की ने अपने बयान में किया था। इस संबंध में उसने मुख्यमंत्री, डीजीपी व पुलिस कमिश्नर वाराणसी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपितों के खिलाफ मांग की थी।
एक सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री कार्यालय, पुलिस कमिश्नर वाराणसी व पुलिस चौकी हंसराजपुर से शिकायत की जांच कार्रवाई को लेकर पूछताछ की गई। इस पर पीड़िता के पिता ने बताया कि वह कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। इसकी जानकारी होने पर 30 जनवरी की शाम ग्राम प्रधान उसके घर आकर पुत्री को धमकाया कि अगर तुम्हारे पिता ने मुकदमा नहीं उठाया तो तेजाब फेंकवा दूंगा और तुम्हारे भाई व पिता को जान से मार दूंगा।
मजदूरी कर शाम को जब वह घर पहुंचे तो उसने पूरी बात बताई और काफी डरी सहमी थी। उसने खाना-पीना भी छोड़ दिया। सोमवार की शाम उसे अस्पताल ले जाते समय उसके मुंह से झाग निकलने लगा और दर्द से चिल्लाने लगी। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
पिता ने आशंका व्यक्त की है कि ग्राम प्रधान की धमकी की डर से तनाव युक्त होकर अवसाद में आने से उसकी पुत्री की मौत हुई है। जिसके आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 108 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 
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