महाशिवरात्रि पर ATS-STF समेत अर्धसैनिक बल संभालेंगे सुरक्षा की कमान, श्री विश्वनाथ मंदिर 6 जोन 18 सेक्टर में बांटा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में महाशिवरात्रि पर अखाड़ों की पेशवाई और श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होगी। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में 2000 जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। पुलिस, पीएसी, अर्धसैनिक बल समेत एसटीएफ और एटीएस के कमांडो चप्पे-चप्पे पर निगरानी करेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम को अंदर से लेकर बाहर तक 6 जोन और 18 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। गेट से लेकर प्रमुख चौराहों पर राजपत्रित अधिकारी सुरक्षा की कमान संभालेंगे। 7 अखाड़ों के महामण्डलेश्वर, नागा साधु-सन्तों के जुलूस व जलाभिषेक कार्यक्रम एवं श्रद्धालुओं के सहज, सुरक्षित व व्यवस्थित दर्शन के लिए रूट मैप तैयार किया गया है।
विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र के अलावा घाटों पर, शहर की सड़कों पर सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी। काशी विश्वनाथ के अलावा सभी शिवालयों पर दर्शनार्थियों के सुरक्षित और व्यवस्थित दर्शन के लिए पर्याप्त पुलिस बल के साथ बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगी।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सोमवार रात महाशिवरात्रि पर्व के चलते पुलिस अधिकारियों, थानेदारों और केंद्रीय सुरक्षाबल के अधिकारियों के साथ बैठक की। सबसे पहले काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र की सुरक्षा पर मंथन किया। धाम के अंदर और बाहर प्वाइंट और उन पर तैनात अफसरों की सूची मांगी। कमिश्नरेट और गैर जनपद समेत विभिन्न विंग से तैनात कर्मचारियों की संख्या पूछी।
मंदिर के प्रवेश द्वारों और बाहर के हिस्सों को छह जोन और 18 सेक्टर में बांटा। इसमें तीन जोन अंदर और तीन धाम के परिक्षेत्र में तय किए गए। गोदौलिया-गिरजाघर से लेकर चौक मैदागिन तक सुरक्षा का पूरा खाका खींचा। चौराहों पर एडीसीपी, एसीपी स्तर के अधिकारियों की राउंड द क्लॉक ड्यूटी निर्धारित की। चारों गेटों पर एसीपी के अलावा एक-एक टीम पब्लिक एड्रेस के लिए लगाई गई।
सीपी ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर 07 अखाड़ों के जुलूसों और दर्शनार्थियों की भारी संख्या के दृष्टिगत पुलिस के अलावा पीएसी, अद्धसैनिक बलों की कंपनी, एसटीएफ, एटीएस के कमांडो, एलआईयू, इंटेलीजेंस समेत कई टीमें पूरी तरह से तैनात रहेंगी। संवेदनशील स्थानों पर रूफटॉप ड्यूटी रहेगी।
पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ महाशिवरात्रि पर्व के दृष्टिगत श्री काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र का भ्रमण किया। महाशिवरात्रि पर्व पर धाम की सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन पर चर्चा की।
सुगम यातायात व्यवस्था के लिए रुट डायवर्जन, वन-वे और नो व्हीकल जोन व्यवस्था को शामिल करते हुए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। बड़े वाहनों की पार्किंग शहर के बाहर और छोटे वाहन शहर के निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़े होंगे। सीमाक्षेत्र से शटल बस, ई रिक्शा की सुविधा समेत छोटे वाहनों को स्कूलों में पार्किंग तक लाया जाएगा।
सीपी ने सख्त चेतावनी दी कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही पार्क कराया जाए। किसी भी दशा में सड़कों पर गाड़ियों की पार्किंग न होने पाए। सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि निरंतर भ्रमणशील रहकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की चेकिंग व ड्यूटी के संदर्भ में ब्रीफ करें। पुलिसकर्मियों का दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं के प्रति हो विनम्र और सहयोगात्मक व्यवहार रहे।
महाशिवरात्रि को आईपीएस से लेकर आईएएस और पीसीएस से पीपीएस 24 घंटे दो-दो पालियों में तैनात रहेंगे। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के साथ जेसीपी, एडीशनल सीपी समेत 10 आईपीएस अफसर, 14 एसीपी, 20 इंस्पेक्टर, 400 सब इंस्पेक्टर, 1500 सिपाही, एनडीआरएफ टीम समेत जलपुलिस तैनात रहेगी। आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के कमांडो की दो टीम तैनात रहेगी।
समीक्षा बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा सहित समस्त पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन चंद्रकांत मीना, डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, डीसीपी गोमती जोन प्रमोद कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी एवं वाह्य जनपदों, पीएसी व अर्धसैनिक बलों के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।