गाजीपुर में 80 बीघे में बनेगा औद्योगिक पार्क, 50 से अधिक फैक्ट्रियों का होगा संचालन; विभाग ने दी अनुमति
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में एक औद्योगिक पार्क विकसित करने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है। निवेश मित्र निजी औद्योगिक पार्क विकास योजना के तहत ई-अन्नदाता वेलफेयर एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड की ओर से इस संबंध में जिला उद्योग विभाग को यह प्रस्ताव दिया गया था, जिस पर विभाग ने औद्योगिक पार्क विकसित करने के लिए आवश्यक कागजात मांगा है। अगर यह योजना सफल रही तो काफी संख्या में रोजगार भी सृजित होगा।
गाजीपुर जिले में ई-अन्नदाता औद्योगिक पार्क विकसित करने के संबंध में जिला उद्योग विभाग द्वारा उद्यमी बंधुओं की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य की अध्यक्षता में हुई।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के उद्यमियों और निवेशकों को बताया कि लगभग 80 बीघे में औद्योगिक पार्क विकसित किया जायेगा, जिसमें कम से कम 50 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई जायेगी। इससे क्षेत्र के विकास के साथ ही लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
इसके साथ ही उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को भी सुना और उनका समाधान किया। अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए ई-अन्नदाता के प्रतिनिधि क्षितिज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ई-अन्नदाता वेलफेयर एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड द्वारा जनपद को आर्थिक रूप से सशक्त और संपन्न बनाने के उद्देश्य से ये ई-अन्नदाता औद्योगिक पार्क जनपद में विकसित जा रहा है। जिसके लिए भूमि चिन्हित की जा रही है और किसानों से सहमति पत्र भी लिया जा रहा है।
संभावना है कि जनवरी के अंत तक ये कार्य पूर्ण कर विभाग को सूचित कर दिया जाएगा। बैठक में ई-अन्नदाता वेलफेयर एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड की निदेशक पूजा राय, प्रीति मिश्रा, एचएन यादव, अंशुकुमार, सहित काफी संख्या में उद्यमी उपस्थित रहे।
केंद्र व राज्य सरकार के पायलट प्रोजेक्ट के तहत मिलेट्स प्रोसेसिंग-पैकिंग यूनिट को मार्च माह तक दौड़ाना है, लेकिन निर्माण की गति धीमी होने के कारण अभी यह पूरा आकार नहीं ले पाया है। अभी केवल नींव भरी गई है।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत पूर्वांचल के एकमात्र जनपद गाजीपुर के पीजी कालेज के कृषि विज्ञान केंद्र में मिलेट्स प्रोसेसिंग-पैकिंग यूनिट को मंजूरी दी गई है। इसके लिए सरकार ने स्वीकृत बजट का 50 प्रतिशत जारी कर दिया है। जेम पोर्टल के माध्यम से निर्माण का टेंडर दिया गया है। पिछले महीने डीएम ने इसकी आधारशिला रखी, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी नींव भी तैयार नहीं हुई। हालांकि ऊपर छत की ढलाई नहीं होनी है। शेड डाला जाएगा।
केवीके के प्रभारी वीके सिंह ने बताया कि बाजरा, रागी, सांवा, कोदो आदि से खाद्य पदार्थ तैयार कर पैकिंग की जाएगी। इससे बना उत्पाद बाजार में बेचने के लिए श्रीअन्न को लेकर काम वाले एफपीओ को प्रोत्साहित करेंगे। ताकि वह बाजार में सप्लाई कर सकें। इस प्लांट की स्थापना से श्री अन्न उत्पादन करने वाले किसानों को लाभ मिलेगा।