गाजीपुर में ग्राम सचिव ने पहले से शादीशुदा बताकर रद्द किया सामूहिक विवाह योजना का आवेदन
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में सरकारी अधिकारियों की लापरवाही से एक गरीब परिवार की बेटी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ नहीं मिल पाया। रेवतीपुर ब्लॉक के हसनपुरा गांव की रहने वाली कुसुम कुमारी, जो एक दिव्यांग व्यक्ति भीम राम की पुत्री हैं, की शादी उधरनपुर गांव के राधेश्याम के पुत्र अवनीश से तय हुई थी।
कुसुम ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आवेदन किया था। आरोप है कि ग्राम सचिव ने बिना किसी जांच-पड़ताल के यह लिखकर आवेदन निरस्त कर दिया कि कुसुम की पूर्व में शादी हो चुकी है।
इस मनमानी के खिलाफ कुसुम अपने पिता और परिजनों के साथ जिलाधिकारी आर्यका अखौरी से मिलीं। उन्होंने डीएम को एक शिकायती पत्र सौंपा और ग्राम सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। यह भी बताया कि शिकायती पत्र लेते हुए डीएम ने जांच कराकर न्याय का भरोसा दिया।
पीड़ित परिवार का कहना है कि ग्राम सचिव के इस कृत्य से न केवल उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंची है, बल्कि एक गरीब परिवार सरकारी योजना के लाभ से भी वंचित हो गया है।