रेल यात्रियों की बढ़ी परेशानी, दिन के समय इस रूट पर कोई ट्रेन उपलब्ध नहीं
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर-बलिया रेलमार्ग पर ट्रेनों के नियमित परिचालन के बंद होने से मुहम्मदाबाद के यूसुफपुर रेलवे स्टेशन के यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब लोगों को बलिया और वाराणसी के बीच यात्रा करने के लिए सुबह और शाम के अलावा दिन के समय कोई ट्रेन उपलब्ध नहीं है, जिससे यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गाजीपुर-बलिया रेलमार्ग पर यूसुफपुर रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली सारनाथ एक्सप्रेस और लखनऊ छपरा एक्सप्रेस के नियमित संचालन को अब केवल सप्ताह में चार दिन ही चलाया जा रहा है। कोहरे की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, रेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि सारनाथ एक्सप्रेस को अब रविवार, मंगलवार, गुरुवार, और शुक्रवार को चलाया जाएगा, जबकि डाउन दिशा में यह रविवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी। वहीं, लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस को सिर्फ मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को चलाया जा रहा है।
स्वतंत्रता सेनानी ट्रेन का ठहराव कोरोना काल में स्थगित कर दिया गया था और अब तक यूसुफपुर स्टेशन पर इस ट्रेन का ठहराव फिर से शुरू नहीं हुआ है, न ही इस मामले में कोई प्रयास किए गए हैं। नई रेल व्यवस्था से यूसुफपुर स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। पहले यात्रियों को एक दिन में कई ट्रेनें उपलब्ध थीं, लेकिन अब केवल दो ट्रेनें ही यात्रा के लिए उपलब्ध हैं।
अगर वाराणसी की ओर यात्रा करनी हो, तो सुबह 6 बजे के बाद केवल सद्भावना एक्सप्रेस (8:35 बजे) और सारनाथ एक्सप्रेस (9:24 बजे) मिलती है। इससे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है और यात्रियों के लिए विकल्प बहुत सीमित रह गए हैं। यात्रियों ने बताया कि रेल प्रशासन की इस नई व्यवस्था ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यात्रियों ने कहा कि यूसुफपुर स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की संख्या पहले की तुलना में बहुत कम हो गई है, जिससे यात्रा करना अत्यधिक कठिन हो गया है।
सर्दी और कोहरे के मौसम में पहले से ही यात्रा मुश्किल हो रही है और दो ट्रेनों का परिचालन रद्द होने से यात्रियों को और भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों ने मांग की है कि अगर बलिया से मुंबई तक चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस का ठहराव यूसुफपुर स्टेशन पर कर दिया जाए। ताकि यात्रियों की परेशानियां कम होंगी, बल्कि स्टेशन पर यात्रियों की संख्या भी बढ़ सकती है, जिससे रेलवे को भी लाभ होगा। यूसुफपुर स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव में कमी और यात्रियों की बढ़ती समस्याओं के बावजूद रेलवे प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम उठाए गए हैं।