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मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी की तलाश पुलिस को आज भी...4 माह में हुई 14 मुठभेड़

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पुलिस बदमाशों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। स्थिति यह हो गई है कि आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाश पुलिस की चंगुल से बचने के लिए गोली भी चलाने लगे हैं। आंकड़ों पर ही नजर करें तो चार माह में 14 ऐसे मौके आए जब पुलिस का बदमाशों से दो-दो हाथ हुआ। 
हर बार पुलिस बदमाशों पर भारी पड़ी और 14 बदमाशों को गिरफ्तार किया। इसमें एक की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई, जबकि 13 सलाखों के पीछे पहुंच गए लेकिन, इन बदमाशों के अलावा 19 और नामचीन बदमाश हैं, जिनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

आईएस-191 गैंग सरगना रहे मुख्तार अंसारी की पत्नी व गैंग की सक्रिय सहयोगी अफशा अंसारी समेत 19 अपराधियों को पुलिस तलाश रही है। अफशा अंसारी इस समय जनपद की सबसे बड़ी ईनामियां हैं। जिले में 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। जबकि मऊ पुलिस ने भी ईनाम घोषित किया है।

इसके अलावा अलग-अलग अपराध में लिप्त 18 और बदमाशों पर इनाम घोषित किया। इनमें शहर कोतवाली का ईनामी सोनू मुसहर,बब्लू पटवा, नंदगंज का वीरेंद्र दुबे, अंकित राय, विशाल पासी, दुल्लहपुर का अंकुर यादव, कासिमाबाद का अशोक यादव, मुहम्मदाबाद का जीएम अंसारी, जमानियां का लंखिदर, पप्पू, छोटू, बरेसर का गुड्डू बनवासी, शादियाबाद का विनोद यादव, सैदपुर का प्रह्लाद, कमलेश, भुड़कुड़ा का पिंटू सिंह, सुहवल का अमर, गणेश राय शामिल हैं। इन सभी पर 25-25 हजार का ईमान घोषित है।

चार माह के अंदर हुए हुए ये बदमाश घायल
  • विशाल सिंह-खानपुर, दोस्तपुर, सरायमीर आजमगढ़
  • सोनू नट-निजामुद्दीनपुर चौरा थाना दुल्लहपुर
  • चुन्नू कुरैशी मसउदपुर थाना शादियाबाद
  • प्रेमचंद वर्मा भगवतीपुर, पटना
  • रीतिक राजभर उकराव थाना बहरियाबाद
  • संदीप यादव थाना बसनिया भांवरकोल
  • रवि कुमार- ढढिय़ा थाना कोइलवर बिहार
  • शैलेश यादव उर्फ सोनू-खरहरा केराकत जौनपुर
  • समीर उर्फ इरफान-कस्बा जमानिया
  • अजय सिंह उर्फ भोलू-सिकंदरपुर-कोतवाली
  • विष्णु कश्यप उर्फ सूर्या-झुन्नू लाल चौराहा
  • अमर यादव-सराय सतकर थाना शादियाबाद
एसटीएफ और जनपद की पुलिस ने 23 सितंबर को एक लाख के इनामी मोहम्मद जाहिद उर्फ सोनू को मुठभेड़ में मार गिराया। वह फुलवारारी सरीफ पटना का निवासी था। सोनू अपने साथियों के साथ मिलकर चलती ट्रेन से आरपीएफ के दो सिपाहियों को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया था, जिनकी मौत हो गई थी। यह घटना बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में शराब को तस्करी रोकने पर दोनों सिपाहियों के साथ हुई थी। 

इस हत्याकांड में 13 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें आठ नामजद किए गए थे, जिनमें सोनू मुख्य सरगना था। हालांकि, पुलिस के शख्स तेवर और कार्रवाई के बावजूद तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। स्थिति यह है कि पुलिस लगातार शराब बरामद करने के साथ तस्करों को गिरफ्तार कर रही है। लेकिन तस्कर नए-नए उपाय से शराब बिहार पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने का काम किया जा रहा है। बदमाशों की धरपकड़ जारी है, जिसका सार्थक परिणाम सामने है। फरार चल रहे अपराधियों को लेकर काम चल रहा है। - डॉ. ईरज राजा, एसपी
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