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गाजीपुर में फ्लाई-ओवर की शुरू हुई गार्डर लांचिंग, रात में वाहन आवागमन पर प्रतिबंध

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र के कालूपुर त्रिमुहानी के पास एनएच 24 पर फ्लाईओवर निर्माण के लिए पीलरों पर गार्डर लांचिंग का कार्य शुरू हो गया है। यह कार्य देर रात को अत्याधुनिक एलटीएम 1200 मोबाइल हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से किया जा रहा है। इस क्रेन की क्षमता 200 टन है, और यह फ्लाईओवर के लिए गार्डर लांचिंग का काम कर रही है। पहले दिन (17 नवंबर) एटी 10 और एटी 11 के बीच कुल 6 गार्डरों में से 4 गार्डरों की लांचिंग की गई थी।
गर्दी और जाम की स्थिति तब उत्पन्न हुई, जब गार्डर लांचिंग के दौरान एनएच 24 को दोनों ओर से 200 मीटर पहले ही ब्लॉक कर दिया गया था। इसके कारण यातायात प्रभावित हुआ और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। भारी जाम की वजह से शादी-विवाह और अन्य समारोहों से लौट रहे राहगीरों को घंटों तक रुकना पड़ा और लांचिंग के समाप्त होने का इंतजार करना पड़ा।

जाम की स्थिति को देखते हुए, जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड (आरवीएनएल) ने बड़े वाहनों को छोड़कर अन्य छोटे वाहनों जैसे दो पहिया, चार पहिया आदि को बारी-बारी से निकालने की व्यवस्था की। इस दौरान एनएच पर यात्रा कर रहे यात्री देर रात तक जाम में फंसे रहे और गार्डर लांचिंग के काम के समाप्त होने का इंतजार करते रहे।

आरवीएनएल अधिकारियों के अनुसार, एटी 10 से लेकर एटी 16 तक कुल 23 पीलर हैं, जिनमें से छह पीलर एनएच के समीप स्थित हैं। इन पीलरों पर कुल 36 गार्डरों की लांचिंग की जाएगी, जिनमें से एक पीलर पर छह गार्डरों की लांचिंग होगी। प्रत्येक गार्डर की लंबाई लगभग 30 मीटर और वजन करीब 25 टन होता है।

गार्डर लांचिंग के दौरान सुरक्षा कारणों से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। केवल एम्बुलेंस, मरीज और आपातकालीन सेवाओं को ही रास्ते से गुजरने की अनुमति होगी। इस दौरान यात्री और अन्य वाहन चालक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन आरवीएनएल के अधिकारियों ने इसे अस्थायी व्यवस्था बताया है जो फ्लाईओवर निर्माण के लिए आवश्यक है।

गार्डर लांचिंग का काम 18 नवंबर से शुरू हो चुका है और यह 10 दिसंबर तक जारी रहेगा। इन तारीकों में लांचिंग का काम रात 11 बजे से लेकर अगले दिन सुबह 5 बजे तक होगा। आरवीएनएल के परियोजना निदेशक पीके सिंह ने बताया कि यह कार्य पूरी सुरक्षा के साथ किया जा रहा है, और फ्लाईओवर के निर्माण के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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