बनारस से गाजीपुर गंगा किनारे डाल्फिन मित्रों की होगी तैनाती, नाविक, मछुआरों, छात्रों को मिलेगा मानदेय
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. ठंड के दिनों में मछलियों का शिकार अधिक होता है। गंगा को स्वच्छ बनाने में गंगा डाल्फिन एक मददगार जलीय जंतु है। गंगा व उसकी सहायक नदियों मे डाल्फिन के संरक्षण को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के प्रोजेक्ट के तहत गंगा वाराणसी और गाजीपुर में डाल्फिन मित्र की तैनाती होगी। प्रथम चरण में 06-06 डाल्फिन मित्रों का चयन किया जाएगा, साथ ही उन्हें मानदेय भी मिलेगा।
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के सहयोग से योगी सरकार ने डाल्फिन मित्र योजना शुरू की है। योजना में गंगा नदी के किनारे व आसपास रहने वाले नाविक, मछुआरों और सामान्य नागरिक शामिल हो सकते हैं। डाल्फिन के संरक्षण में लगे विद्यार्थियों, शोधार्थियों को विशेष प्राथमिकता दी जायेगी। वन विभाग की तरफ निर्धारित मानदेय का भुगतान भी होगा।
अन्तर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा गंगा डॉल्फिन को विलुप्तप्राय प्रजाति घोषित करने के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2021 मे डॉल्फिन को संरक्षित जलीय जीव घोषित किया गया। 05 अक्टूबर 2022 को सरकार ने इसे राष्ट्रीय जलीय जीव को घोषित किया। भारत 05 अक्टूबर को राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाता है।
प्रोजेक्ट से जुडने के लिए यहां करें आवेदन
गंगा व डाल्फिन के संरक्षण के लिए वन मंत्रालय के इस प्रोजेक्ट से जुडने के लिये इच्छुक व्यक्ति वनाधिकारी कार्यालय/क्षेत्रीय वनाधिकारी काशी कार्यालय में 26 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। EMail: cfvaranasi2@yahoo.com पर भी डाल्फिन मित्र बनने के लिए आवेदन दिया जा सकता है