गाजीपुर के सैदपुर में पकड़े गए 172 शरारती और आक्रामक बंदर, उत्पात से लोग थे परेशान
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के सैदपुर नगर की सबसे बड़ी समस्या बनते जा रहे शरारती और आक्रामक रीसस मैकाक बंदरों से नगर के लोगों को निजात दिलाने का काम, स्थानीय नगर पंचायत ने गुरुवार से शुरू करा दिया। इस अभियान में पहले दिन 172 बंदर पकड़े गए। जिसके लिए बीते एक दशक से नगर के सामाजिक संगठन, विभिन्न राजनीतिक दल और समाजसेवियों और सभासद आदि लगातार स्थानीय स्तर से लेकर, शासन तक पत्राचार कर रहे थे।
बता दे कि बीते दो दशक से सैदपुर नगर बेहद शरारती और आक्रामक रीसस मैकाक बंदरों का हमला और नुकसान झेल रहा है। इनसे बचने के लिए लोग अपने घरों को पिंजराें की तरह बनवाते चले जा रहे हैं। दो दशक के दौरान इनके हमलों से दो लोगों की मौत हो चुकी है और अनगिनत लोग घायल हो चुके हैं।
सड़क पर खाने-पीने का सामान बेचना और खरीदना मुश्किल हो गया है। गर्मियों में लोगों का छत पर सोना, कपड़े सुखाना बंदरों के डर से लगभग बंद हो चुका है। 1 वर्ष में दो बार प्रजनन करने के कारण, इनकी जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इस समय सैदपुर नगर में इनकी जनसंख्या हजारों में पहुंच चुकी है।
इन्हीं सब परिस्थितियों को देखते हुए नगर के सामाजिक संगठन, समाजसेवी, विभिन्न राजनीतिक दल, सभासद आदि लगातार स्थानीय स्तर से लेकर शासन स्तर तक सैदपुर नगर को बंदरों के आतंक से मुक्त कराने की मांग करते रहे हैं। बीते कुछ दिनों से इस समस्या को लेकर नगर की लोकवाणी पार्टी और वार्ड संख्या 13 के सभासद सुनील यादव लगातार प्रयास कर रहे थे।
जिसके क्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष सुशीला सोनकर ने मथुरा से मंकी कैचर टीम बुलाकर, सैदपुर नगर के शरारती बंदरों को पकड़वाने का काम गुरुवार से शुरू कराया है। जो वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर किया जा रहा है। पकड़े गए बंदरों को उनके प्राकृतिक आवास मिर्जापुर और चंदौली जनपद के जंगली क्षेत्रों में छोड़ा जाएगा। जिसे लेकर स्थानीय लोगों में हर्ष व्याप्त है।