इसी महीने जारी हो सकता है यूपी पुलिस सिपाही भर्ती का रिजल्ट, CM योगी ने दिए निर्देश
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रमोशन बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि इस महीने के आखिरी तक पुलिस कॉस्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी करने की तैयारी करें। सीएम ने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाएं। परीक्षाओं की शुचिता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना है। योगी ने शुक्रवार शाम एडीजी स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि मृतक आश्रितों के प्रकरण में आश्रित की आयु को ध्यान में रखते हुए नियमों में बदलाव पर विचार किया जाना चाहिए। फिजिकल परीक्षण के नियम व्यावहारिक होने चाहिए। मृतक आश्रितों के मामलों का तय समय सीमा में निस्तारण हो। पुलिस कर्मियों को 'ई-पेंशन' से जोड़ जाए। उन्हें समय से प्रमोशन मिले, चरित्र पंजिका पर सही विवरण अंकित हो, उनकी योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप तैनाती मिले। रिटायरमेंट के समय देयकों का समय से भुगतान सुनिश्चित हो। वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक लंबित न हो। अगर किसी तरह की समस्या हो तो डीजीपी कार्यालय, गृह विभाग या सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति नहीं होनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में रेलवे ट्रैक पर सिलिंडर, रॉड आदि चीजें मिली हैं। इसी तरह ट्रेनों पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं। यह चिंताजनक है। इसके लिए जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे प्रशासन और सिविल पुलिस को मिलकर काम करने की जरूरत है। लोकल इंटेलिजेंस को और मजबूत किया जाना चाहिए। साइबर क्राइम की घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं। इसके लिए हर स्तर पर सतर्क होना होगा। केंद्र की ओर से साइबर फोरेंसिक लैब की स्थापना का प्रस्ताव है। इसकी कार्यवाही आगे बढ़ाएं।
योगी ने कहा कि शहरों में ट्रैफिक जाम बड़ी समस्या का रूप ले रहा है। इसके लिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप समाधान का प्रयास किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाएं। ई-रिक्शा चलाने वालों का वेरीफिकेशन करवाया जाए, सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूरी है। कहीं भी नाबालिग ई-रिक्शा न चलाएं, यह सुनिश्चित करें। ई-रिक्शा का रूट तय होना चाहिए। यातायात को बाधित कर टैक्सी स्टैंड न चलाया जाए। पीआरवी 112 के वाहनों की लोकेशनिंग को और ठीक किया जाना जरूरी है। इसके लिए पुलिस कप्तान के साथ-साथ थानाध्यक्ष तक को जवाबदेह बनाना होगा। ब्लैक स्पॉट चिह्नित कर वहां वाहनों की तैनाती करें।
सीएम ने निर्देश दिए कि वीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का नियमित अंतराल पर हेल्थ चेकअप हो। इनकी तैनाती में युवाओं को वरीयता दें। वीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों के आदर्श आचरण के लिए भी काउंसिलिंग कराई जानी चाहिए। वर्तमान में 10 एयरपोर्ट की सुरक्षा यूपीएसएसएफ कर रही है। इनके जवानों का शूटिंग परीक्षण भी करवाया जाए।