मुनाफाखोर बेच रहे थे लाल रंग से रंगा जहरीला आलू, 21 क्विंटल जब्त
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर मे कुछ लोग आम आदमी की जिंदगी से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आते है। खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग ने बलिया के परिखरा स्थित नवीन मंडी स्थल से 21 क्विंटल रंगा आलू जब्त किया है। इस आलू को नए आलू के तौर पर बेचा जाना था।
इस पर लगाया गया रंग सेहत के लिए बहुत हानिकारक बताया जा रहा है।जानकारी के अनुसार, आलू पर कृत्रिम रंग लगाकर ग्राहकों को धोखा दिया जा रहा था। ऐसा इसलिए किया जा रहा था ताकि यह नया आलू दिखे। प्राकृतिक आलू के मुकाबले कृत्रिम रंग में रंगे हुए आलू को सामान्य आलू के रेट के मुकाबले प्रति क्विंटल 400 रुपये अधिक दर पर बेचते थे।
औषधि प्रशासन विभाग ने नवीन मंडी स्थल से 21 क्विंटल रंगा आलू जब्त किया है। इसका नमूना जांच के लिए लैब में जांच के लिए भेज दिया है। विभागीय टीम ने बड़ी मात्रा में कृत्रिम रंग (आर्टिफिशियल कलर) भी बरामद किया है।
खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि आलू पर कृत्रिम रंग लगाकर ग्राहकों को धोखा दिया जा रहा था, जिससे उन्हें नया आलू दिखे। इसके लिए आलू पर गेरुआ रंग लगाया गया था। यह रंग इंसानी स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। उन्होंने बताया कि कृत्रिम रंग में रंगे आलू को खाने से लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस काले कारोबार से जुड़े लोग प्राकृतिक आलू के मुकाबले कृत्रिम रंग में रंगे हुए आलू को सामान्य आलू के रेट के मुकाबले प्रति क्विंटल 400 रुपये अधिक दर पर बेचते थे। उन्होंने बताया कि विभाग को शिकायतें मिली थीं कि मंडी में व्यापारी आलू को कृत्रिम रंगों से रंगकर बेच रहे हैं, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने उपभोक्ताओं को कृत्रिम रंग में रंगे हुए आलू के उपयोग से बचने की सलाह दी। जब्त आलू की कीमत करीब 56 हजार रुपये बताई जा रही है।