गाजीपुर में ट्रेन की पार्सल बोगी से सामान चोरी करने वाले चार चोर गिरफ्तार, एक फरार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के दिलदारनगर में डाउन सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन के पार्सल बोगी को तोड़कर कपड़ा और होजरी का सामान चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश गाजीपुर जिले की स्वाट और आरपीएफ टीम ने किया है।
आरोपियों के पास कपड़ों का गट्ठर और एक वर्ष पूर्व गहमर में मालगाड़ी से चोरी किया गया रिफाइंड ऑयल बरामद हुआ। पुलिस ने चंदौली जनपद के हनुमानपुर मुस्लिम मोहल्ला निवासी इमरान, सौरभ कुमार, हैदर खान और कपड़ा दुकानदार फैसल खान को गिरफ्तार किया है। वहीं तीसरा आरोपी शमशीर खान फरार है।
गौरतलब है कि 11 सितंबर को डाउन सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन की पार्सल बोगी को तोड़कर दिलदारनगर और दरौली स्टेशन के बीच अपराधियों ने कपड़े और होजरी का सामान चुरा लिया था। इस घटना के संबंध में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और घटना के पर्दाफाश के लिए टीम ने कार्य शुरू किया।
17 सितंबर को एक खास मुखबिर की सूचना पर मोहम्मदपुर गांव से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और एक फरार आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई। घटना में अन्य अपराधियों की संलिप्तता का मामला प्रकाश में आया। पुलिस अधीक्षक गाजीपुर और वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त के निर्देशन में टीम गठित की गई। तकनीकी उपकरणों के जरिए संदिग्ध मोबाइल नंबरों का लोकेशन ट्रेस किया गया, जिससे आरोपियों का पता चला।
पुलिस ने जब पूछताछ की, तो आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गाड़ी संख्या 12488 (सीमांचल एक्सप्रेस) के पार्सल से कपड़ा गिराया था और उसे दिलदारनगर बाजार स्थित फैसल खान के रेडीमेड कपड़ा की दुकान में बेचा था। फैसल खान ने स्वीकार किया कि उसके मामा शमशीर खान के माध्यम से यह कपड़ा उसे एक महीने पहले दिया गया था, जिसके बदले में उसने 5000 रुपये दिए थे।
आरोपियों ने बताया कि शमशीर खान के साथ मिलकर उन्होंने करीब एक वर्ष पूर्व गहमर स्टेशन के पास खड़ी मालगाड़ी के बैगन का सिल तोड़कर रिफाइंड ऑयल चोरी किया था। यह चोरी का सामान डीडीयू बाजार में ठेले पर बेच दिया गया था, जिसमें से कुछ सामान इमरान के पास था। घटना के सत्यापन हेतु पुलिस ने डीडीयू पहुंचकर रिफाइंड ऑयल के 180 पैकेट भी बरामद किए।
आरपीएफ ने आरोपियों के खिलाफ रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपियों को डीडीयू रेलवे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि वह इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहेंगी।