गाजीपुर में बारिश से ठंड बढ़ी, बाजरा और धान के फसल की कटाई प्रभावित
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के मुहम्मदाबाद इलाके में रविवार को बारिश होने से ठंड का आगाज हो गया। बारिश होने से धान व बाजरा की तैयार फसल की कटाई व मड़ाई का कार्य प्रभावित हो गया है। वहीं मटर व आलू की बुवाई में विलंब होगा। इलाके में कई दिनों से आकाश में बादल घेरने व हवाओं के बीच रविवार को सुबह से दोपहर तक रुक रुक कर बारिश हुई। बारिश होने से अब ठंड का आगाज हो गया।
ठंड का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव तैयार बाजरा व धान की फसल पर पड़ा है। बाजरा की फसल के भीग जाने से उसका दाना काला होने लगेगा। वहीं अब बाजरा व धान की कटाई प्रभावित हो गयी। जिन किसानों ने आलू की बुवाई के लिए खेत की सिंचाई कर दिया, उनके खेतों में तो बुवाई में विलंब होगा लेकिन जिनकी सिंचाई नहीं हुई है,उनको फायदा मिलेगा। मटर की बुवाई के बाद जिन खेतों में बीज अंकुरित नहीं हुआ है, बारिश से उनको नुकसान होगा।
किसान ने बताया कि इस बारिश से सब्जी की खेती को फायदा मिलेगा। इस बारिश के बाद अधिकतर किसान खेत की जुताई कराकर आलू व मटर की बुवाई करायेंगे। बताया कि बारिश से बाजरा व धान की कटाई प्रभावित होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ, डॉ. ओमकार सिंह ने बताया कि ठंड और नमी के कारण सब्जियों में फफूंद रोगों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में सब्जी उत्पादक किसानों को फफूंदनाशक का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा, रबी की फसलों, जैसे सरसों, चना, मटर और गेहूं की बुवाई के लिए खेत तैयार करके बीजों का उपचारित कर बुवाई करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 30-33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20-23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। इसके साथ ही औसतन 10-15 किमी प्रति घंटा की गति से पूरवा हवा चलने का अनुमान है, जिससे गुलाबी ठंड का असर देखने को मिलेगा।
इस वर्ष सामान्य से अधिक ठंड का अनुमान किसानों के लिए फसल संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। किसानों को ठंड के साथ-साथ शीतलहर और पाले जैसी परिस्थितियों से निपटने की तैयारी भी करनी होगी। विशेष रूप से जिन क्षेत्रों में धान की कटाई शुरू हो चुकी है, वहाँ किसानों को मौसम साफ होने पर ही अपनी फसल संबंधी कार्यों को जारी रखने की सलाह दी गई है।