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केवल 'मुरली' से नहीं चलेगा काम, 'सुदर्शन' भी जरूरी है - CM योगी आदित्यनाथ

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने त्रिपुरा में एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केवल 'मुरली' से काम नहीं चलेगा, बल्कि सुरक्षा के लिए 'सुदर्शन' भी आवश्यक है। सीएम योगी ने कहा कि हमें मिलकर कार्य करना होगा और इस बात का ध्यान रखना है कि विधर्मियों को अवसर नहीं देना है। बांग्लादेश जैसे स्थिति की पुनरावृत्ति यहां न होने पाए, इसके लिए ऐसी शक्तियों को हमें समाप्त करना है। 
हमें देश और धर्म को सुरक्षित रखना है। योगी आदित्यनाथ सोमवार को मां त्रिपुर सुंदरी की कृपा भूमि त्रिपुरा राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन एवं प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ये बातें कही।सीएम योगी ने कहा कि मां सिद्धेश्वरी की प्राण प्रतिष्ठा एवं मंदिर के उद्घाटन का यह कार्यक्रम हम सबके लिए महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि पूज्य संत शांतिकाली महाराज ने 1994 में आश्रम की श्रृंखला को आगे बढ़ाया था। शांतिकाली महाराज ने उस समय जो संकल्प लिए थे, उसे चितरंजन महाराज बिना रुके और बिना डिगे आगे बढ़ा रहे हैं, इसलिए भारत सरकार भी उनका सम्मान कर रही है। भगवान श्रीकृष्ण के एक हाथ में मुरली और दूसरे हाथ में सुदर्शन है। सुरक्षा के लिए केवल मुरली से काम नहीं चलेगा, उसके लिए सुदर्शन आवश्यक है और जब सुदर्शन हाथ में होगा तो फिर किसी शांतिकाली महाराज को बलिदान नहीं देना पड़ेगा।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने 'विकास और विरासत' के अभियान को सतत आगे बढ़ाया है। श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम का मंदिर निर्माण हो या त्रिपुरा में मां त्रिपुर सुंदरी के मंदिर के सुंदरीकरण एवं पुनरुद्धार का कार्य, सभी उसके साक्षात उदाहरण हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में डबल इंजन की सरकार आई और सुरक्षा का माहौल मिला। दंगाइयों के लिए बुलडोजर भी दिया गया और साथ ही साथ भक्तों के लिए श्री राम मंदिर का निर्माण भी कराया गया। अयोध्या, मथुरा, काशी यह तीन सनातन हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, मान बिंदु हैं। जो भी सामर्थ्यवान होगा, अपनी ताकत का अहसास अपने दुश्मनों को कराएगा, वह हमेशा सुरक्षित रहेगा।

योगी आदित्याथ ने कांग्रेस और पाकिस्तान पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मानवता का कैंसर है, जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बन चुका है। आजादी के समय का कांग्रेस नेतृत्व और जोगेंद्र नाथ मंडल अगर मिलकर मुस्लिम लीग की साजिश को विफल कर देते तो यह नासूर अस्तित्व में नहीं होता। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान का ऑपरेशन नहीं होगा, तब तक इलाज संभव नहीं है। पाकिस्तान का उपचार शुरू हो चुका है। अब पाक अधिकृत कश्मीर के लोग भारत में शामिल होना चाहते हैं। बलूचिस्तान भी पाकिस्तान से अलग होना चाहता है।

शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित हैं 24 मंदिर
बरकथल स्थित यह नवनिर्मित मंदिर पूर्वोत्तर राज्य में शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित 24 मंदिरों में से एक है। शांति काली आश्रम के प्रमुख महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा हिंदू संस्कृति, परंपरा और धर्म की रक्षा के लिए काम करते रहे हैं। उन्हें पिछले साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
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