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PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उनकी पत्नी जशोदाबेन ने क्या-क्या कहा? यहां जानें सबकुछ

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली.  भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज (17 सितंबर) अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका नाम भारत और दुनिया भर में चर्चित है, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी एक कड़ी बेहद सुर्खिंयों से काफी दूर रही है। वो है उनकी पत्नी 'जशोदाबेन'।
जशोदाबेन ने नरेंद्र मोदी से 1968 में शादी की थी, जब मोदी मात्र 18 साल के थे और जशोदाबेन 16 साल की थीं। हालांकि, मोदी ने अपने जीवन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और राजनीति को समर्पित कर दिया, जिसके चलते उन्होंने पारिवारिक जीवन को पीछे छोड़ दिया। जशोदाबेन का जन्म 1952 में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनकी शादी नरेंद्र मोदी से परिवार द्वारा तय की गई थी, जो उस समय एक सामान्य प्रथा थी। शादी के बाद भी दोनों ने बहुत कम समय एक साथ बिताया, क्योंकि मोदी का ध्यान मुख्य रूप से राष्ट्रसेवा और सामाजिक कार्यों पर था। शादी के कुछ समय बाद ही नरेंद्र मोदी और जशोदाबेन ने अलग-अलग जीवन जीना शुरू कर दिया।

नरेंद्र मोदी और जशोदाबेन के अलग होने का मुख्य कारण मोदी का राजनीति और सार्वजनिक जीवन में गहरा रुझान था। मोदी ने अपना जीवन आरएसएस और बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठनात्मक कार्यों में लगा दिया। जशोदाबेन ने भी उनकी इस इच्छा का सम्मान करते हुए चुपचाप अपने जीवन को आगे बढ़ाया। 
जशोदाबेन ने मोदी के बारे में कभी नकारात्मक बात नहीं की। उन्होंने हमेशा मोदी का सम्मान किया है और उन्हें प्रधानमंत्री बनने पर गर्व महसूस किया। एक इंटरव्यू में जशोदाबेन ने कहा था कि उन्हें कोई गुस्सा या अफसोस नहीं है, क्योंकि मोदी ने उन्हें देशसेवा के लिए छोड़ा था। जशोदाबेन ने बताया कि वे आज भी मोदी के लिए प्रार्थना करती हैं और सप्ताह में चार दिन व्रत रखती हैं।

जशोदाबेन ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मोदी उन्हें एक बार बुलाएंगे, और वह उनके साथ नया जीवन शुरू करना चाहती हैं। हालांकि, जशोदाबेन मीडिया से दूर रहना पसंद करती हैं और अपने निजी जीवन को सार्वजनिक करने से बचती हैं। 
जब 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने अपने नामांकन पत्र में पहली बार जशोदाबेन का नाम पत्नी के रूप में दर्ज किया, तो जशोदाबेन ने इसे अपने लिए गर्व का पल बताया। उन्होंने कहा कि उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए थे, और यह साबित करता है कि मोदी के दिल में उनके लिए सम्मान और प्रेम है।

जशोदाबेन एक सेवानिवृत्त शिक्षिका हैं और उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सादगी और शांति के साथ बिताई है। उन्होंने गुजरात के बनासकांठा जिले के राजशाना गांव में एक प्राइमरी स्कूल में लगभग 40 साल तक अध्यापन किया। वर्तमान में, जशोदाबेन अपने परिवार के साथ गुजरात में रहती हैं और धार्मिक यात्राओं पर भी जाती रहती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने थे, तो कुछ अफवाहें फैली थीं कि उन्हें गुप्त स्थान पर रखा गया था, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वे उस समय तीर्थ यात्रा पर थीं।
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