गाजीपुर में गंगा नदी में ऊफान, गावं में घुसा बाढ़ का पानी, सैकड़ों बीघे की फसलें जलमग्न
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जमानियां क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में कमी के बावजूद बाढ़ का कहर जारी है। उफनाती गंगा ने निचले और तटवर्ती इलाकों के करीब आधा दर्जन गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। बाढ़ के पानी के कारण किसानों की सैकड़ों बीघे की फसलें जलमग्न हो चुकी हैं।
बाढ़ का पानी प्रमुख मार्गों पर हिलोरे ले रहा है। रेवतीपुर से गहमर की ओर जाने वाला सात किमी लंबा बाइपास मार्ग भी बाढ़ की चपेट में आ गया है, जिससे कई स्थानों पर पानी चढ़ गया है और आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। अब राहगीरों को रेवतीपुर से उतरौली, भदौरा होते हुए लगभग पच्चीस किमी अधिक की दूरी तय करनी पड़ रही है, ताकि बिहार और गहमर पहुंचा जा सके।
बाढ़ के पानी से जानवरों को चारा और उनके रहने की व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। ग्रामीण बाढ़ की चपेट में आने से काफी भयभीत हैं। कई गांवों के किनारे बने घर और झोपड़ियां बाढ़ के पानी से घिर गए हैं, और पानी अब गांव की गलियों में घुसने लगा है। इससे लोगों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है।
बाढ़ से प्रभावित गांवों जैसे नसीरपुर, हसनपुरा, नगदीलपुर, वीरऊपुर, दुल्लहपुर और परमानंदपुर के छात्र सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल जाना छोड़ चुके हैं।
एसडीएम संजय यादव ने बताया कि बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। सभी दस बाढ़ चौकियों और शरणालयों पर कर्मी पूरी तरह से तैयार हैं और किसी भी असामान्य परिस्थितियों से निपटने के लिए सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और लगातार स्थिति की समीक्षा की जा रही है।