RO/ARO पेपर लीक मामले में बिशप जॉनसन स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल अरेस्ट, धक्का देकर कॉलेज से निकाला गया था
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. RO/ARO भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में STF ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। प्रयागराज के नामी स्कूल बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग कटरा की प्रिंसिपल रहीं पारुल सोलोमन को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है, पारुल ने पेपर लीक माफिया से साठगांठ कर RO/ARO पेपर लीक किया था। STF पूछताछ करने में जुटी है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) परीक्षा के लिए बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल को सेंटर बनाया गया था। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके आरोपियों ने पारुल का नाम कबूला था। इसके बाद एसटीएफ लखनऊ यूनिट सबूत एकत्र करने में जुटी थी।
पारुल सोलोमन प्रयागराज में सिविल लाइंस की रहने वाली हैं। STF ने इसी साल 21 सितंबर को प्रयागराज के म्योराबाद के रहने वाले अर्पित विनीत यशवंत को अरेस्ट किया था। यह बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल एंड कॉलेज में परीक्षा से संबंधित काम देखता था। पूछताछ में अर्पित ने पारुल के कई राज खोले थे।
तब से STF पारुल सोलोमन के खिलाफ सबूत जुटा रही थी। पुख्ता सबूत मिलने के बाद पेपर लीक से जुड़े मामले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी पहुंचे थे। इस बीच STF पारुल को पूछताछ के लिए भी कई बार बुलाया, लेकिन हाजिर नहीं हुईं। गुरुवार को लखनऊ STF की टीम प्रयागराज पहुंची। उन्हें सिविल लाइन स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
पारुल सोलोमन डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के पूर्व बिशप पीटर बलदेव की बेटी हैं। पारुल हाल में विवादों में तब आईं, जब डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप मॉरिस एडगर दान और उसके साथ के लोगों ने ताला तोड़कर कॉलेज पर कब्जा किया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बिशप समेत अन्य पर FIR दर्ज हुई थी।
मामला 2 जुलाई, 2024 का है। पारुल बाहर से ताला लगवाकर कॉलेज के ऑफिस में बैठी थीं, तभी बिशप और उनके लोग कॉलेज में घुस गए। उन्होंने ऑफिस का दरवाजा हथौड़ी से तोड़ दिया। मोबाइल छीन लिया। पारुल डोंट टच...डोंट टच...बोलती रह गईं। 20-25 मिनट तक हंगामा चला। आखिर में आरोपियों ने पारुल को धक्का दिया। फिर भी नहीं हटीं तो उन्हें कुर्सी समेत उठाकर रूम से बाहर निकाल दिया। 3 जुलाई को प्रिंसिपल की शिकायत पर कर्नलगंज थाने में बिशप मॉरिस एडगर दान समेत 10-12 लोगों पर FIR दर्ज हुई।
पारुल को कुर्सी समेत कॉलेज से बाहर निकाल दिया गया था। |
यूपी RO/ARO का एग्जाम 11 फरवरी, 2024 को हुआ था। इसका नोटिफिकेशन 2023 में जारी किया गया था। इस एग्जाम के शुरू होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत मिली थी। इसके बाद इस एग्जाम को कैंसिल कर दिया गया था। यूपी STF को इसकी जांच सौंपी गई थी।
STF के जारी बयान के मुताबिक, पेपर 11 फरवरी की सुबह प्रयागराज के एग्जाम सेंटर बिशप जॉन्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज से लीक कराया गया था। इसके साथ ही जांच में ये शक हुआ कि पेपर एग्जाम सेंटर के अलावा कहीं और से भी लीक कराया गया हो सकता है। इस पर प्रिंटिंग प्रेस के बारे में जानकारी ली तो पता चला पेपर भोपाल से छपवाया गया था।
RO के 334 और ARO के 77 कुल 411 पोस्ट के लिए 12 फरवरी, 2024 को यूपी के 58 जिलों में 2387 सेंटर्स पर एग्जाम हुआ था। इस एग्जाम के लिए 10 लाख 76 हजार कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया था। इसमें से लगभग 64% कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया था। दावा किया गया था कि इस एग्जाम के पहले ही इसके जवाब वॉट्सऐप पर वायरल हो गए थे।