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गाजीपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण, नाव लगाने का दिया निर्देश

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ाव हो रहा है। गंगा के जलस्तर में 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि हो रही थी। गाजीपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। गाजीपुर मे गंगा 63.400 मीटर पर बह रही है।जबकि खतरे का निशान 63.105 मीटर है। ऐसे में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड मे है। गाजीपुर की पांच तहसील बाढ़ प्रभावित हैं। जिले की सदर, मुहम्मदाबाद, सैदपुर, जमानिया, सेवराई तहसील बाढ़ प्रभावित है। इन तहसीलो के 20 गांव बाढ़ प्रभावित है। गंगा मे बाढ़ से जिले के रेवतीपुर के नगदीलपुर गहमर बाइपास मार्ग पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी आ गया है। इसके अलावा इलाके के नगदीलपुर, हसनपुरा, बीरऊपुर, नसीरपुर के विभिन्न मार्गों पर भी पानी आ गया है। बाढ़ के पानी से इलाके में सैकड़ों बीघे फसलें जलमग्न हो चुकी है।
जनपद मे बाढ की विभिषिका को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। आज जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने तहसील सेवराई अन्तर्गत विकास खण्ड रेवतीपुर के विभिन्न बाढ प्रभावित गॉवो का स्थलीय निरीक्षण कर वहां के लोगो से स्थिति की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड रेवतीपुर के बाढ प्रभावित गॉव अठहठा, नसीरपुर, हसनपुरा एवं बिरऊपुर का स्थलीय निरीक्षण किया एवं वहा के ग्रामीणो से वार्ता कर उनकी समस्याओ से अवगत हुयी। जिलाधिकारी ने ग्राम हसनपुरा मे निरीक्षण के दौरान पाया कि गॉव की कनेक्टिविटी बाढ के कारण प्रभावित हुई है लोग कच्चे मार्ग से आवागमन कर रहे है जिसपर जिलाधिकारी ने तत्काल वहॉ दो नाव आवागमन हेतु लगाने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने बाढ के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। जनपद के बाढ प्रभावित तहसीलो के एस डी एम से लगातार सम्पर्क स्थापित कर क्षेत्रो की स्थिति की जानकारी ली जा रही है। उन्होने बताया कि बाढ की स्थिति को देखते हुए जनपद के 11 बाढ शरणालयो को क्रियाशील किया गया है जिस पर एक नोडल अधिकारी के रूप मे नायब तहसीलदार की टीम, मेडिकल टीम, पशु चिकित्साधिकारी की टीम व अन्य सम्बन्धित कर्मचारियो की टीम 24 घण्टे क्रियाशील रहते हुए बाढ प्रभावित गॉव पर नजर बनाये हुए है।

जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ के बढते स्थिति को देखते हुए जनपद मे 44 बाढ़ शरणालय चिन्हित किये गयें है जिसमे 11 बाढ शरणालय केन्द्र क्रियाशील है। जल स्तर बढ़ने पर आवश्यकतानुसार और भी शरणालय क्रियाशील किया जायेगा। वर्तमान समय में बाढ़ के पानी से कोई भी तटवर्ती आबादी वाला गांव प्रभावित नहीं है। जनपद स्तरीय और तहसील स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम क्रियाशील है। मौके पर उपजिलाधिकारी सेवराई संजय यादव, तहसीलदार सेवराई,क्षेत्राधिकारी, सम्बन्धित लेखपाल, सचिव एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
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