गाजीपुर में दीपशिखा हॉस्पिटल सील, सभी मरीजों को भेजा गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. गाज़ीपुर के जखनियां मनिहारी ब्लॉक के दीपशिखा हॉस्पिटल नसीरपुर पुलिस चौकी रोड हंसराजपुर का निरीक्षण सहायक नोडल अधिकारी डॉ. शिशिर शैलेश ने किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल का पंजीकरण कराना तो हुआ, लेकिन डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने के कारण अस्पताल को सील कर दिया गया।
अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी भेजा गया।
सहायक नोडल अधिकारी शिशिर शैलेश ने स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिसकर्मियों के साथ दीपशिखा हॉस्पिटल के प्रसव व ऑपरेशन कक्ष, मेडिकल स्टोर आदि का निरीक्षण किया। अस्पताल में डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे, जबकि पंजीकरण का कागजात संचालकों ने उपलब्ध करवा दिया था। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए, अस्पताल को सील कर दिया गया और संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
हास्पिटल संचालिका ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों ने साजिश के तहत उनके अस्पताल को सील कराया है। उन्होंने यह भी कहा कि टीम द्वारा एक लाख रुपए की मांग की गई थी, जिसे न देने पर सभी मरीजों को बाहर निकालकर अस्पताल को सील कर दिया गया। संचालिका का कहना है कि क्षेत्र और जिले में कई प्राइवेट अस्पताल और पैथोलॉजी लैब संचालित हैं।
डॉ. शिशिर शैलेश ने कहा कि अस्पताल की शिकायत मिलने पर निरीक्षण किया गया। मौके पर ऑपरेशन करने वाला चिकित्सक उपलब्ध नहीं था और चार सिजीरियन मरीज केवल दो नर्स के भरोसे थे। अस्पताल का ऑपरेशन कक्ष मानक विहीन पाया गया। इसके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है और एक महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।