पैतृक गांव गाजीपुर पहुंचा CRPF जवान का शव, सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के बिरनो थाना क्षेत्र के फत्तेपुर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अजीम उर्फ जोखू का बीते शनिवार को दिल्ली के वंकटेश्वर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया। जवान की मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। आज जवान का शव पैतृक गांव लाया गया और उन्हें सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
जवान के शव को लाने के लिए एन एच 31 मिर्जापुर टोल प्लाजा से तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में युवाओं ने बिरनो, दिदोहर, और कहोतरी होते हुए पैतृक गांव फत्तेपुर तक यात्रा की। यात्रा के दौरान पूर्व सैनिक मेवा यादव, वर्तमान सैनिक लालजी यादव, सुभाष यादव, नकुल यादव, प्रमोद यादव, पारस यादव, चंद्रबली यादव, और बीरेंद्र यादव ने जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
जवान अजीम उर्फ जोखू 1991 में सीआरपीएफ की 95 बटालियन में एएसआई पद पर तैनात हुए थे और हाल ही में जम्मू में तैनात थे। पिछले दस दिन से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। दिल्ली के वंकटेश्वर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। जवान के तीन पुत्र और दो पुत्री हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय और इंटर कॉलेज से प्राप्त की थी।
शव के घर पहुंचते ही जवान की पत्नी साइमा बानो, और अन्य परिजनों का बुरा हाल था। पत्नी ने सरकारी सहायता राशि लेने से मना कर दिया और कहा कि "पैसा नहीं, शौहर चाहिए।" बेटी सजिदा बानो भी अपने पिता के शव के सामने बेहोश हो गई, जिससे सभी की आंखें नम हो गईं।
जवान के पार्थिव शरीर को शाही गार्ड की सलामी दी गई। अंतिम संस्कार गांव के पास कब्रिस्तान में किया गया। 95 बटालियन के सहायक उप निरीक्षक अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि जवान के परिजनों को राजकीय सम्मान के तहत सहायता राशि प्रदान की गई है और अन्य सुविधाएं भी शासन और विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस मौके पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एस एन राय, बिरनो थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा, ग्राम प्रधान सिंधु देवी, वीरेंद्र यादव, सुभाष पहलवान, चंचल पहलवान, रामनिवास कवि, मटरू यादव, भोला पासवान, राजेंद्र यादव, राम दरस यादव और क्षेत्र के कई सम्मानित सदस्य मौजूद रहे।