गाजीपुर में फाइलेरिया की दवा खाने से 12 बच्चे बीमार, भर्ती
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के कासिमाबाद क्षेत्र के पीएस पब्लिक स्कूल में एक आशा के द्वारा फाइलेरिया की दवा खिलाने से 12 बच्चे बीमार हो गए। उनमें सांस फूलने, सिर दर्द ,पैर दर्द और उल्टी की शिकायत मिली। जिसकी सूचना पर परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजनों की सूचना पर कासिमाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम स्कूल पहुंची। जहां बच्चों की स्थिति देख कासिमाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया।
कासिमाबाद चिकित्सा प्रभारी एनके सिंह ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं, सभी के इलाज के बाद परिजन बच्चों को घर लेकर चले गए हैं। जानकारी के अनुसार कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र में फाइलेरिया रोग से बचाव हेतु सोमवार को कासिमाबाद क्षेत्र की पीएस पब्लिक स्कूल में आशा के द्वारा सोमवार को सभी बच्चों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गई। फाइलेरिया की दवा खाते ही बच्चों के सांस फूलने लगे, उल्टी सिर दर्द की शिकायत मिलने पर परिजनों में हड़कंप मच गया।
इस मौके पर दर्जनों बच्चों की हालात बिगड़ने की सूचना मिलते ही कासिमाबाद अस्पताल से चिकित्सकों की टीम स्कूल पहुंची तो बच्चों की हालत को देखते हुए सभी बच्चों को कासिमाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों के द्वारा बच्चों को इलाज हेतु दवा दी गई। तब जाकर बच्चों के स्वास्थ्य में राहत मिलते ही चिकित्सकों की टीम ने राहत की सांस ली।
घटना की जानकारी मिलते हैं बच्चों के परिजन अस्पताल पर पहुंच गए और आक्रोश जताने लगे। बच्चों के स्वस्थ ने राहत मिलने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली। उसके बाद सभी बच्चों को परिजन घर लेकर चले गए। इसके बाद कासिमाबाद अस्पताल के सभी कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
कासिमाबाद चिकित्सा प्रभारी एनके सिंह ने बताया कि एक आशा के द्वारा फाइलेरिया की दवा पिलाई गई थी। दवा का साइड इफेक्ट नहीं है, दवा खाने से बच्चे डर गए थे। ज्यादातर बच्चों के खाली पेट होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। अभी बच्चों की स्थिति सामान्य है। इलाज कर बच्चों को घर छोड़ दिया गया है।
पीएस पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर श्रीकांत सिंह ने बताया कि फाइलेरिया की दवा समान रूप से बच्चों को दी गई थी। शनिवार को भी सैकड़ों बच्चों को दवा दिया गया था कोई दिक्कत नहीं हुआ। आज भी सैकड़ों बच्चों को दवा दी गई जिसमें कुछ बच्चों को दिक्कत हुई। प्राइमरी इलाज के बाद बच्चों को घर छोड़ दिया गया है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
तबीयत खराब होने वाले बच्चों में दीपांजलि यादव निवासी गंगौली कक्षा 7 की छात्रा ,खुशी सिंह निवासी जामापुर कक्षा 7, खुशबू यादव निवासी धरवार कला कक्षा 7, साक्षी वर्मा निवासी सोनबरसा कक्षा 7, महक वर्मा निवासी सोनबरसा, सायरा यादव निवासी नसरुद्दीनपुर कक्षा 7, शिक्षा यादव निवासी गंगौली कक्षा 5, वायनाज अहमद निवासी गंगौली समेत अन्य बच्चे शामिल रहे।