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करंट दिया, डंडे और कोड़े से मारा...उग्रवादियों को 10 लाख की फिरौती देकर छूटा गाजीपुर का युवक

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. 4 महीने से म्यांमार उग्रवादियों के कैद में प्रताड़ना झेल रहा गाजीपुर के सैदपुर का युवक परिजनों के 10 लाख फिरौती और 5 लाख घूस देने के बाद शुक्रवार को घर लौट सका। जिसके लौटते ही परिजन उससे लिपटकर रोने लगे। बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया।
सैदपुर के रस्तीपुर गांव निवासी प्रदीप कुशवाहा (34) पुत्र शिव मूरत कुशवाहा 8 जनवरी को थाईलैंड स्थित जेंग्माई में मीशाट होटल मैनेजर का काम करने के लिए गया था। दो महीने काम करने के बाद, दूसरी जगह काम दिलाने के नाम पर उसे म्यांमार के उग्रवादियों ने गन पॉइंट पर किडनैप कर लिया। जहां से उसे गन पॉइंट पर जंगल से पैदल होते हुए नाव से एक नदी पार कराकर म्यांमार ले जाया गया।

म्यांमार में युवक को किडनैप कर उग्रवादी परिजनों से 10 हजार डॉलर की मांग कर रहे थे। जिसके लिए उसे लगातार बिजली के झटके के साथ-साथ कोड़े और डंडों से पीटा जा रहा था। इधर चिंतित परिजन लगातार सत्ताधारी दल के नेता सहित प्रदेश और केंद्र सरकार से बेटे को छुड़ाने की गुहार लगा रहे थे।

परिजनों का आरोप है कि सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं किया। इसके बाद थक हारकर उन्हें उग्रवादियों को बतौर फिरौती 10 लाख रुपए देना पड़ा। साथ ही 5 लाख रुपए म्यांमार और थाईलैंड की पुलिस और एंबेसी में घूस देने में खर्च हो गए।

शुक्रवार को ट्रेन से घर लौटते ही युवक की पत्नी, पुत्री, पिता और बहन उससे लिपट कर रोने लगे। घर पहुंचने पर आंखों से आंसू टपकाते हुए बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर, रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। इस दौरान उसके दोस्तों और परिजनों ने प्रदीप को माला पहनाकर, उसका भव्य स्वागत किया।
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