हिंदू प्रताड़ित होते हैं तो कोई नहीं बोलता, हम हिंदुओं की रक्षा करेंगे - CM योगी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, अयोध्या. 'दुनिया के किसी कोने में हिंदुओं पर अत्याचार होते हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जाता है, तो ऐसे लोग भी हैं जो कभी आवाज नहीं उठाते। ऐसे लोगों को सिर्फ वोट बैंक दिखाई देता है। हिंदुओं की रक्षा करना, उसके जीवन को संरक्षण देना और आवाज उठाना हमारा दायित्व है। हम इसको जीवन भर निभाते रहेंगे।'
यह कहना है सीएम योगी आदित्यनाथ का, जो 3 बाद शनिवार को दूसरी बार अयोध्या आए। उन्होंने मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में श्रीराम दरबार की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इसके बाद स्वामी मधुसूदनाचार्य जी महाराज और स्वामी माधवाचार्य जी महाराज की मूर्तियों का अनावरण किया। फिर करम डांडा फार्मेसी कॉलेज में जनसभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा- आज ये मेरा सौभाग्य है कि यहां पर मुझे विग्रहों को स्थापित करने का मौका मिला। मधुसूदनाचार्य जी महाराज और स्वामी माधवाचार्य जी महाराज को मैं नमन करता हूं। आज से 20 साल पहले किसी ने कल्पना नहीं की थी कि गांवों में पैरामेडिकल और नर्सिंग कालेज खुलेंगे। आज संतों के आशीर्वाद से यह सब मुमकिन हुआ है।
कौन हितैषी और कौन दुश्मन, यह पहचाना होगा
योगी ने कहा- एक मानव होने के नाते लोगों के जीवन की रक्षा के लिए हमें हमेशा खड़े रहना होगा। हमें अपने हित-अहित को पहचानना होगा। हमें जानना होगा कि कौन लोग हितैषी हैं? अगर समय रहते हम लोग विचार नहीं करेंगे, तो इसका नुकसान होगा।
उन्होंने कहा- कल काकोरी कांड की बरसी है। शहीदों को कल सभी लोग मिलकर जरूर याद करेंगे। ये लोग अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए जीते थे। पंडित राम प्रसाद विस्मिल, अशफाक उल्लाह और चंद्रशेखर आजाद कहते थे कि उनका जन्म हमेशा भारत में ही हो।
योगी ने कहा- आज अयोध्या समूची दुनिया को आकर्षित कर रही है। किसी ने सोचा भी नहीं था ऐसी भव्य अयोध्या देखने को मिलेगी। राम मंदिर निर्माण की केवल बातें होती थीं, लेकिन आज अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो गया। देश-दुनिया के लोग यहां आ रहे हैं और रामलला के दर्शन कर रहे हैं। अयोध्या के विकास की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। अयोध्या की सड़कें चौड़ी हुई हैं। यहां पर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन गया है।
योगी ने कहा- सम्मान आसानी से नहीं मिलता है, संतों के आशीर्वाद से मिलता है। इसको सभी को बरकरार रखना होगा, जिससे जो भी अयोध्या आए उसे सुखद अनुभूति हो। जो लोग राम और कृष्ण को नहीं मानते, उनसे सतर्क रहने की जरूरत है। ये लोग कभी आपके हितैषी नहीं हो सकते। आज जिनके भी मुंह सिले हैं, वे केवल वोट बैंक के डर से चुप हैं। ये पक्ष और विपक्ष का मुद्दा नहीं है। ये मानवता को बचाने का मुद्दा है। दुनिया भर के लोगों को इसके लिए आगे आना होगा।
मंत्री शाही बोले- हिंदू बंटा नहीं होता, तो हम पर कोई राज नहीं करता
कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा- अगर 500 साल पहले हमारा देश बंटा नहीं होता, तो बाबर-जयचंद बाहर से आकर हमारे ऊपर राज नहीं करते। हमें जागने की जरूरत है। ऐसे लोग, जो संसद में बांग्लादेश की घटना पर एक शब्द नहीं बोल रहे, वे कभी समाज का भला नहीं कर सकते। हमने अयोध्या का केवल विकास ही नहीं किया, रामराज्य लाने का काम किया। मोदी और योगी सरकार में देश में विकास के कई काम हुए हैं। विपक्ष के पास बोलने के लिए आज कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए इधर-उधर की बातें कर रहा है।
अयोध्या के भदरसा में इन दिनों पिछड़ी जाति की 12 साल की लड़की से गैंगरेप के मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है। मुख्य आरोपी के रूप में भदरसा से सपा नगर अध्यक्ष मोईद खान को जेल भेजा गया है। इसके बाद से विपक्ष खामोश है, वहीं सत्ता पक्ष हमलावर हो गया है।
दरअसल, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने जीतने के बाद जिस मिल्कीपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया है, वहां उपचुनाव होना है। इसलिए गैंगरेप का उपचुनाव पर पड़ने वाले असर का आकलन भी चल रहा है। इस मामले में सियासत और ज्यादा इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि चर्चा है कि सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतार सकती है।
सीएम योगी ने संभाली मिल्कीपुर की कमान
अयोध्या में हार के बाद मिल्कीपुर सीट जिताने की कमान खुद सीएम योगी ने संभाल रखी है। इस सीट पर पहले सपा के अवधेश प्रसाद विधायक थे। उनके सांसद बनने के बाद ही ये सीट खाली हुई। ऐसे में ये सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी है।
मिल्कीपुर के साथ अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट की कमान भी सीएम योगी के हाथ में है। सीएम योगी आज इसी सिलसिले में दो दिन के अयोध्या दौरे पर हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में लोकसभा चुनाव में भाजपा को 87,879 वोट मिले थे। वहीं, सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद को 95,612 वोट मिले थे।
दरअसल, 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पहली बार सोमवार शाम मुख्यमंत्री योगी के आवास पर सरकार और संगठन की संयुक्त बैठक हुई थी। इसमें सभी 10 सीटें जीतने को लेकर बात हुई और रणनीति बनाई गई।
इसी बैठक में डिप्टी सीएम केशव मौर्य को फूलपुर और मझवां की जिम्मेदारी दी गई। इन सीटों पर चुनाव जिताने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। इसी तरह डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल को भी दो-दो सीटों पर चुनाव जिताने की जिम्मेदारी दी गई गई। ब्रजेश पाठक को सीसामऊ और करहल की कमान दी गई। करहल सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधायक थे। सीसामऊ सपा के इरफान सोलंकी को सजा मिलने के बाद खाली हुई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को पश्चिमी यूपी की मीरापुर और कुंदरकी की जिम्मेदारी मिली। महामंत्री संगठन धर्मपाल को खैर और गाजियाबाद सीट को जिताने की जिम्मेदारी दी गई।