यूपी बोर्ड को गच्चा दे गई बहनजी, एक ही वर्ष में पास की 10वीं और 12वीं की परीक्षा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया/आजमगढ़. बलिया जिले में छात्रा आरती ने यूपी बोर्ड को गच्चा देकर एक ही वर्ष में हाई-स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली। इस बात का खुलासा आजमगढ़ जिले के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट पतरूराम विश्वकर्मा द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगे गए रिपोर्ट के बाद हुआ। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई रिपोर्ट में छात्रा आरती यादव ने वर्ष 2017 में ही बलिया जिले के दो अलग-अलग इंटर कॉलेजों से रेग्यूलर छात्रा के रूप में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है।
आरती यादव की इस कहानी से समझा जा सकता है कि बलिया जिले में शिक्षा माफियाओं के हौंसले कितने बुलंद हैं जो कि लगातार सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं। बलिया में शिक्षा माफियाओं के खेल का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई मामले सामने आ चुके हैं। बलिया की छात्रा के इस कारनामे ने यूपी बोर्ड परीक्षा व्यवस्था मॉनिटिरिंग की पोल खोलकर रख दी है। आरटीआई एक्टिविस्ट ने यूपी बोर्ड परीक्षा पोर्टल पर शिक्षा माफियाओं का हावी होना बताया है। जिस कारण इस तरह का खेल चल रहा है।
आजमगढ़ मंडल के बलिया जिले के ग्राम सतहवां पोस्ट औराई की रहने वाली हरिन्द्र यादव की बेटी आरती यादव के कारनामे सुर्खियों में हैं। आरती यादव की मां का नाम विमला यादव है। आरती यादव ने शिक्षा माफियाओं की मदद से वर्ष 2017 में ही हाईस्कूल और इंटरमीडिए की परीक्षा रेग्यूलर छात्रा के रूप में अलग-अलग स्कूलों से पास की।
हाईस्कूल की परीक्षा रेग्यूलर छात्रा के रूप में आरती यादव ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सहदेव इंटर कॉलेज (SSDHS) बैरीडीह अंवराई कला से पास की। आरती यादव का हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में 2798543 रोल नंबर था। हाईस्कूल की परीक्षा में प्रयोगात्मक परीक्षा में सभी विषयों में 30-30 नंबर मिले हैं। इसके साथ ही पूर्णांक 600 में से 500 नंबर मिले हैं जो कि 83 प्रतिशत से अधिक हैं।
वहीं आरती यादव ने वर्ष 2017 में ही बलिया के दूसरे महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज महराजपुर अचैठा अंवराई कला से इंटरमीडिएट की भी परीक्षा पास की। इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी आरती यादव रेग्यूलर छात्रा के रूप में अपना दाखिला लिया था। इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में आरती यादव का रोल नंबर 2120696 था। आरटीआई से महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज से मांगी गई सूचना में भी कॉलेज प्रशासन ने अपने यहां की नियमित छात्रा की पुष्टि की है। इससे समझा जा सकता है कि शिक्षा माफियाओं के हौंसले कितने बुलंद हैं।
इस मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट पतरूराम विश्वकर्मा का कहना है कि इस मामले की शिकायत बलिया के डीएम से भी डाक द्वारा 16 जुलाई 2024 को की गई। पर बलिया डीएम ने इस गंभीर मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी की गई। आरटीआई एक्टिविस्ट का कहना है कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस बारे में आरटीआई एक्टिविस्ट पतरूराम विश्वकर्मा का कहना हे कि बलिया की आरती यादव ने जिस तरह से रेग्युलर छात्रा बनकर एक ही वर्ष में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट यूपी बोर्ड की परीक्षा पास की है। वह अपने आप में बड़ा सवाल है। एक तरफ योगी सरकार जो जीरो टॉलरेंस की सरकार का दावा करती है। और कहती है कि माफिया सब समाप्त हो गए। धराशाई हो गए। शिक्षा माफिया पस्त हो चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ यह शिक्षा माफिया कहां से आ रहे हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि दोनों स्कूलों का प्रबंधतंत्र मिला हुआ है।
यह पूरा खेल षडयंत्र और कूटरचना करके किया गया है। इन लोगों की पकड़ शासन तक है। इस तरह का कृत्य विश्वासघात और धोखाधड़ी करने के साथ सरकार की छवि को धूमिल करने वाला है। ऐसे में हमारी मांग है कि दोनों इंटर कॉलेज के साथ छात्रा की भी जांच कराकर दोषियों पर वैधानिक कार्रवाई की जाय।