गाजीपुर में ओमप्रकाश राजभर बोले- अखिलेश यादव अपनी जाति की गणना चाहते हैं
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पंचायती राज्य मंत्री और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को जाति जनगणना के बारे कहने का अधिकार नही हैं, वे पत्रकारों से उनकी जाति पूछ लेते हैं, फिर जाति जनगणना की बात कैसे कर सकते हैं। राजभर ने आरक्षण को लेकर बसपा मुखिया मायावती पर भी हमला बोला है। ओपी राजभर गाजीपुर कोर्ट में मारपीट के एक मुकदमे में अपने बेटों के साथ पेश होने पहुंचे थे। जहूराबाद विधानसभा के एक गांव में वाहन के टच होने के बाद मारपीट हो गई थी।
कोर्ट से निकलने के बाद राजभर मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा- वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन ठीक हो रहा है। वक्फ बोर्ड में तमाम विसंगतियां हैं, उसे दूर करने के लिए संसद में बिल आया है। वक्फ बोर्ड में तमाम जमीन है जिस पर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जहां कब्जा किए हुए हैं इसलिए कानून में संशोधन कर उन जमीनों पर कब्जा सरकार करें और सरकार के पास कुछ अधिकार रहे।
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा आरक्षण में आरक्षण दिए जाने के फैसले पर मायावती की तरफ से किए गए विरोध पर उन्होंने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जिन गरीबों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया है उन्हें आरक्षण दे और यही बात उन लोगों को बुरी लग रहा है। बड़े पदों पर अनुसूचित जाति जनजाति का अगर कोई भी अधिकारी है तो उसे आरक्षण क्यों। यह मैं बहुत पहले से कहा करता था कि ऐसे लोगों को आरक्षण खत्म कर पात्र को आरक्षण दिया जाए। इन लोगों का विरोध करने का मुख्य कारण है कि अमीर लाभ लेता रहे और गरीब परेशान होता रहे। मायावती वह बात भूल गईं जब उन्होंने अंबेडकर ग्राम विकास योजना बनायी थी और इसका लाभ सिर्फ दलित बस्तियों में दिया जाता था।
अयोध्या रेप कांड को लेकर अखिलेश यादव द्वारा डीएनए जांच की मांग पर कहा- उनके पिताजी कहा करते थे कि बच्चे हैं, गलती हो जाती है, उस समय अखिलेश यादव चुप रहे। चाचा के घर में पुलिस चौकी किसने खुलवाई थी। समाजवादी पार्टी की सरकार में पुलिस चौकी उसी आरोपी के घर में खुली थी। समाजवादी पार्टी ने उसे पहले बढ़ाने का पूरा प्रयास किया। राजभर ने बुलडोजर की कार्रवाई को 100% उचित माना। अयोध्या के सांसद के बयान और व्यवहार पर ओम प्रकाश राजभर ने उनके इस्तीफे की मांग की।
राहुल गांधी के जाति पर अखिलेश यादव के गर्म होने के सवाल पर कहा कि अखिलेश यादव जब पत्रकार वार्ता करते हैं तो पत्रकारों से उनकी जाति पूछते हैं और जातिवाद, जाति जनगणना की बात करते हो। इसका मतलब कि सिर्फ आप अपनी जाति की गणना की बात करते हो और जब यह करते हो तो यह सवाल पूछने का आपका अधिकार नहीं है।
वक्फ बोर्ड की जमीन जो लोग देश छोड़कर चले गए उन जमीनों को बेच रहे हैं। सरकार उसे पर कोई दखलंदाजी नहीं कर पा रही है। अखिलेश यादव को आज यदि चिंता आ रही है तो मदरसा बोर्ड के लिए कोई यूनिवर्सिटी बनाकर उसे क्यों नहीं संबद्ध कर दिया। अखिलेश यादव की जब सरकार थी तो उन्होंने वक्फ बोर्ड के नियम को पढ़े नहीं।
अवैध मदरसा को बंद करने की झूठी खबर है जो अनधिकृत रूप से मदरसे चल रहे हैं जिनके पास किसी तरह की कोई मान्यता नहीं है ऐसे मदरसा को बंद कराया जाएगा और वहां के बच्चों को बाल सुरक्षा अधिकार आयोग के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा, जहां उन्हें हिंदी विज्ञान और अन्य विषयों के साथ उर्दू अरबी और फारसी पढ़ाई जाएगी।