डीएलएड परीक्षा में सामूहिक नकल, प्रिंसिपल समेत 12 टीचर-कर्मचारी हिरासत में, 18 लाख कैश मिला
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ में डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) की परीक्षा में सामूहिक नकल पकड़ी गई। रानी की सराय इलाके के राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के बदले खुलेआम वसूली हो रही थी। परीक्षा के दौरान SOG और शिक्षा विभाग की टीम जब कॉलेज पहुंची तो वहां टीचर्स बाकायदा डिक्टेशन देते हुए मिले।
परीक्षार्थी एक साथ बैठकर किताबों से जवाब नोट कर रहे थे। टीम ने प्रिंसिपल के कमरे और टीचर्स की तलाशी ली। यहां से करीब 18.10 लाख रुपए बरामद हुए। प्रिंसिपल डॉ. अनूप कुमार सिंह सहित 12 शिक्षक और कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। मामले की रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेजी गई है।
आजमगढ़ SP हेमराज मीणा ने बताया- मंगलवार को डीएलएड के थर्ड सेमेस्टर के परीक्षार्थियों की साइंस समेत 3 विषय की परीक्षा थी। हमें कुछ छात्रों से जानकारी मिली कि राजेंद्र प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज में नकल के लिए खुलेआम वसूली चल रही है। रुपए देने वालों को नकल कराई जा रही है।
इसके बाद SOG, एसपी सिटी और डाइट उपनिदेशक की एक टीम कॉलेज पहुंच गई। यहां मुख्य गेट से अंदर आने के बाद अधिकारी 1-1 कमरे में पहुंचे। सामने आया कि टीचर बच्चों को बाकायदा जवाब नोट करवा रहे थे। कई सीटों पर किताबें खुली रखी हुई थीं। कुछ परीक्षार्थी उनसे जवाब नोट कर रहे थे।
SOG को यह 18 लाख रुपए कॉलेज में प्रिंसिपल और टीचर्स के पास से मिले। |
ऐसे में टीचर और कर्मचारियों की मिलीभगत से नकल होने की बात सामने आई। इसके बाद एक टीम प्रिंसिपल डॉ. अनूप के कमरे में पहुंची। तलाशी में यहां अलमारी में कई गडि्डयों में रखा हुआ 18 लाख रुपए कैश मिला। पुलिस ने टीचरों की तलाशी भी ली।
SP हेमराज ने बताया- पुलिस ने प्रिंसिपल डॉ. अनूप कुमार सिंह के अलावा चंद्रशेखर राय, संतोष पटेल, संजय राय, नीरज राय, नवीन कुमार सिंह, अंकुर सिंह, अवनीश यादव, वीरेंद्र मौर्य, रामाकार सिंह, विकास मिश्रा, और दीनदयाल यादव को हिरासत में लिया है।
पहले भी 8 और 10 अगस्त को परीक्षाएं हुई थीं। हमें उस वक्त भी नकल की जानकारी मिली थी। मगर पुख्ता नहीं हो पाई थी। इस रेड में पूरे स्कूल मैनेजमेंट की मिलीभगत पाई गई। हमने 12 टीचर और कर्मचारियों का नाम FIR में शामिल किया है।
डायट अधिकारियों के मुताबिक, आजमगढ़ में करीब 26 केंद्रों पर यह परीक्षा कराई जा रही है। सभी सेंटर की नकल को लेकर जांच की जा रही है। एक रिपोर्ट बनाकर शिक्षा निदेशालय भेजी गई है। ताकि परीक्षा निरस्त कराई जा सके। सेंटर भी ब्लैकलिस्ट किया जाना है। अभी यह देखा जा रहा है कि नकल सिंडिकेट में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।