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अगले महीने से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के इस लिंक एक्सप्रेस-वे पर रफ़्तार भरेंगे वाहन, जानें पूरा रूट

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर अगले महीने से वाहनों का संचलन शुरू हो जाने की उम्मीद है। कमिश्नर की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में यूपी एक्सप्रेस-वे इडंस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी (यूपीडा) के अधिकारियों ने दावा किया कि जुलाई के आखिरी तक काम पूरा हो जाएगा।
कमिश्नर अनिल ढींगरा का कहना है कि अब सिर्फ खजनी क्षेत्र में बन रहे अंडरपास का ही थोड़ा काम बाकी रह गया है। एक से डेढ़ महीने में यह काम भी पूरा हो जाएगा। लेकिन, निर्णय किया गया है कि यह काम चलता रहेगा, तब तक अगस्त के पहले सप्ताह में संचलन शुरू कर दिया जाए। उधर, आठ जुलाई को शासन से इस परियोजना के लिए और 200 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। इससे निर्माण की गति और तेज होने की उम्मीद है। परियोजना की स्वीकृत लागत 1774.09 करोड़ है। 

इन दो अंडरपास को छोड़ दें तो एक्सप्रेसवे का निर्माण तकरीबन पूरा हो चुका है। एप्रोच का काम बाकी है, जिसके जल्द पूरा हो जाने की उम्मीद है। फरेनिया छतियारी के पास अंडरपास को लेकर आस-पास के दो दर्जन गांवों के लोग लंबे समय से आंदोलनरत थे।

पूर्व सांसद और विधायक के जरिए लोगों की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंची तो जनहित को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यूपीडा के अधिकारियों को अंडरपास का निर्माण कराने का निर्देश दिया था। यूपीडा की ओर से काम चल रहा है।

एक से डेढ़ महीने में इसके पूरे हो जाने की उम्मीद है। हाल ही निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे और फोरलेन की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की रफ्तार पर संतुष्टि जताई थी।

साढ़े तीन से चार घंटे में पहुंच जाएंगे लखनऊ
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से लखनऊ की दूरी पांच घंटे की बजाए साढ़े तीन से चार घंटे में पूरी हो जाएगी। हालांकि इस रास्ते लखनऊ की दूरी थोड़ी बढ़ जाएगी लेकिन, कोई अवरोध नहीं होने की वजह से समय कम लगेगा।

गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या होते हुए लखनऊ की दूरी 279 किमी है जबकि लिंक एक्सप्रेसवे से दूरी 311 पड़ेगी। लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर और आजमगढ़ के बीच भी आवाजाही आसान और तेज हो जाएगी। साथ ही गोरखपुर से आगरा और दिल्ली की राह भी आसान हो जाएगी। इसके बन जाने से व्यापारियों को भी बहुत फायदा होगा।

यह है लिंक एक्सप्रेसवे का रूट
91.35 किलोमीटर लंबा यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर के सदर तहसील के जैतपुर गांव से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सालारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है। यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजर रहा है।

जिले में 10 करोड़ से अधिक लागत वाली विकास परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए कमिश्नर अनिल ढींगरा ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण के कार्यों में आने वाली बाधाओं को संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित दूर किया जाए और कार्य की गति बढ़ाई जाए। साथ ही काम की गुणवत्ता और समयबद्धता का भी विशेष ध्यान रखा जाए।

उन्होंने रामगढ़ताल परियोजना के अंतर्गत नौकायन से देवरिया बाईपास फोर लेन सड़क, पैडलेगंज से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति होते हुए फिराक चौराहा तथा भटहट बांसस्थान फोर लेन सड़क चौड़ीकरण की प्रगति पूछी और निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया।

सिक्सलेन ओवरब्रिज समेत सेतु निगम के अन्य निर्माणाधीन कार्यों के बारे में बताया गया कि कार्य प्रगति पर है और समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण कर लिया जाएगा। रामजानकी मार्ग की समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्था ने बताया कि पेड़ों की कटाई, भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है।

बैठक के दौरान कमिश्नर ने जल निगम (नगरीय ),यूपी राजकीय निर्माण निगम, आवास विकास, सीएनडीएस, यूपी पुलिस आवास निगम, विद्युत विभाग, यूपी प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड तथा अन्य संबंधित विभागों की बिन्दुवार समीक्षा की।

इस दौरान सीडीओ संजय कुमार मीना, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, डीएफओ विकास यादव, सीआरओ सुशील कुमार गोंड, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर मृणाली अविनाश जोशी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

कमिश्नर अनिल ढींगरा ने कहा कि लिंक एक्सप्रेस-वे का काम अब पूरा हो चुका है। अंडरपास का निर्माण चल रहा है। इससे एक्सप्रेसवे का संचलन शुरु करने में कोई बाधा नहीं है। इसका निर्माण चलता रहेगा। एक से डेढ़ महीने में यह कार्य भी पूरा हो जाएगा। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को हर हाल में इस महीने के आखिरी तक बाकी सभी काम पूरे कर लेने के निर्देश दिए गए हैं।
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