पुलिस कमिश्नर का एक्शन...SO को मीटिंग से भगाया, 15 इंस्पेक्टर, 7 सब इंस्पेक्टर का ट्रांसफर
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में अंधाधुंध फायरिंग समेत 4 दिन में लूट और हत्या की 10 वारदातें हुईं। इन घटनाओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल एक्शन में आ गए हैं।
पुलिस कमिश्नर ने शिवपुर थानाध्यक्ष को मीटिंग से डांटकर भगा दिया और उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया। 2 थानेदार और एक चौकी प्रभारी को भी सस्पेंड कर दिया। काशी, गोमती और वरुणा जोन के 13 थानेदारों को हटा दिया। SO, SHO समेत 22 दरोगा के ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कैंप कार्यालय में काशी, गोमती और वरुणा जोन के अफसरों की मीटिंग बुलाई। इसमें JCP के अलावा तीनों जोन के DCP, ADCP, ACP समेत सभी थानेदार, LIU के अफसर शामिल हुए।
उन्होंने एक-एक अफसरों से डिटेल में जानकारी ली। सबसे पहले पुलिस कमिश्नर ने थानों में वारदातों पर सवाल पूछे और थानेदारों को फटकार लगाई। रविवार को काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में फायरिंग पर दशाश्वमेध इंस्पेक्टर से लंबी पूछताछ की।
उन्होंने बचाव में जवाब दिए तो पुलिस कमिश्नर नाराज हो गए। उन्होंने दशाश्वमेध इंस्पेक्टर राकेश पाल और चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और जांच बैठा दी।
थानाध्यक्ष के गोल-मोल जवाब से उखड़े, डांटकर भगाया
शिवपुर क्षेत्र में 3 दिनों में 5 जगह चोरी और एक चेन स्नेचिंग की वारदात हुई। कमिश्नर ने शिवपुर थानाध्यक्ष रवि शंकर त्रिपाठी से इसकी वजह पूछी, लेकिन उन्होंने गोल-मोल जवाब दिया। इस पर कमिश्नर गुस्सा हो गए। उन्होंने अफसरों के सामने थानाध्यक्ष को फटकार लगाई और भगा दिया।
कमिश्नर ने आज से लागू हो रहे भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम पर चर्चा की। उन्होंने सभी दरोगा को निर्देश दिया कि उनके पास उसका परफॉर्मेंस रजिस्टर हो। इसमें उनके कार्यों का विवरण दर्ज हो। थानों के 70 फीसदी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी फील्ड में हो। सभी पेंडिंग मामलों का जल्द से जल्द समाधान करें। पेंडेंसी शून्य मिलनी चाहिए।