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शिक्षक ने दोस्तों के साथ घर में 7 दिन बंधक बनाकर किया किशोरी से गैंगरेप, हत्या

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ के पीजीआई इलाके में नाबालिग की संदिग्ध मौत मामले में पासी एकता मोर्चा ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल लोगों का आरोप है कि शिक्षक ने उसके साथ रेप किया, उसके हाथ पैर बंधे थे, शरीर पर खून के धब्बे थे और चोट के निशान थे।
मौके पर पहुंचे एसीपी कैंट पंकज कुमार सिंह ने धरने पर बैठे लोगों से बातचीत कर मुदकमा दर्ज कर एफआईआर की कॉपी दी ,जिसके बाद धरने पर बैठे मृतका के भाई सहित अन्य लोग घर वापस चले गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉस्को एक्ट, एससीएसटी एक्ट, हत्या, रेप की धाराओं में केस दर्ज किया है।

नाबालिग 8 जुलाई को सरकारी स्कूल के टीचर के घर काम करने आई थी। शिक्षक का कहना है कि 15 जुलाई को तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बेटी की रेप के बाद हत्या की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्नाव की रहने वाली नाबालिग पांचवीं तक पढ़ी है। गरीबी के चलते लखनऊ के उपहार उद्यान इंडिगो कॉलोनी पीजीआई के रहने वाले सरकारी शिक्षक सौरभ सिंह के घर 6 महीने से केयर टेकर थी। कुछ समय पहले वो अपने घर उन्नाव चली गई थी। 8 जुलाई को उसे फिर लखनऊ लाया गया था।

शिक्षक सौरभ सिंह ने बताया कि नाबालिग की तबीयत पहले से खराब रहती थी। उसे दौरे पड़ते थे। उसका इलाज लोकबंधु अस्पताल में चल रहा था। सोमवार को अचानक उसकी तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई।

लड़की के परिवार वालों ने बताया कि उनका घर उन्नाव में है। लखनऊ के उपहार उद्यान इंडिगो कॉलोनी के रहने वाले सौरभ सिंह उनके गांव में सरकारी टीचर हैं। सौरभ सिंह को गांव के लोग जानते पहचानते हैं। लड़की का परिवार काफी गरीब है। पिता की 3 साल पहले मौत हो चुकी है।

परिवार ने बताया कि सौरभ सिंह उनके घर आए, कहा कि अपनी लड़की को हमारे घर काम करने के लिए भेज दो। वहां हमारी पत्नी और माता-पिता रहते हैं। लड़की घर में कामकाज करेगी, परिवार के सदस्य की तरह रहेगी। उसके बदले में हर महीने कुछ पैसे और खाना-कपड़ा दिया जाएगा।

लड़की की मां ने बताया कि वो मास्टर साहब को जानती थीं। उन्हें लगा की घर का काम है, बेटी वहां रहेगी अच्छे माहौल में रहना सीख जाएगी और कुछ पैसे भी आने लगेंगे। उसने मास्टर साहब के घर लखनऊ भेजने का फैसला लिया। वो यहां आकर रहने लगी। लेकिन क्या पता था कि अब वो नहीं लौटेगी, उसकी लाश देखनी होगी।

परिवार का आरोप- एक बार भी बात नहीं कराया
लड़की की मां ने बताया कि मेरी बेटी को जब से लखनऊ लाया गया था, उसके बाद मेरी या मेरे परिवार के किसी सदस्य की एक बार भी उसकी बात नहीं कराई गई। कई बार हमने मास्टर जी से कहा कि बात करा दीजिए, वो बता देते कि बाहर हैं। हमें बता दिया जाता कि आपकी बेटी ठीक है। हम भी इस भरोसे में रह जाते, न जाने उसके साथ क्या हुआ? शायद पहले बात हुई होती तो हमें वो कुछ बता सकती। हम उसके लिए कुछ कर पाते।

मृत लड़की के एक रिश्तेदार ने बताया कि शिक्षक ने खुद लड़की के घर वालों को फोन कर मौत की जानकारी नहीं दिया। अपने एक दोस्त से फोन करवाकर घर वालों को संदेश भिजवाया कि लड़की मर गई है, उसकी लाश ले जाएं। हम लोग यहां पहुंचे तो लड़की के मुंह और नाक से खून निकलने के निशान थे। हाथ पैर पर रस्सी से बांधने के निशान थे। शरीर पर भी घाव थे।

हमने फोन करके मास्टर साहब से घटना के बारे में जानकारी लेना चाहा, उन्होंने एक बार फोन उठाया बात किया। लेकिन उसके बाद से हमारा फोन तक नहीं उठा रहे हैं। शव देखने के बाद एक बात साफ है कि हमारी बेटी की रेप के बाद हत्या की गई है।

मां ने कहा- शव का पंचनामा पहले ही कर दिया था
लड़की की मां ने बताया कि परिवार के लखनऊ आने से पहले ही बेटी के शव का पंचनामा करा दिया गया था। बिना माता-पिता और परिवार के पंचनामा आखिर किस आधार पर कराया गया?। उन्होंने बताया कि उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे।
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