बनारस में सपा नेता पर 20 लोगों ने हमला किया, 3 को मारी गोली, इंस्पेक्टर और दरोगा सस्पेंड
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में रविवार दोपहर अंधाधुंध फायरिंग हुई। 20 हथियारबंद बदमाशों ने सपा नेता और पूर्व पार्षद विजय यादव के घर पर फायरिंग की। इसमें एक महिला और मासूम समेत 3 लोगों को गोली लग गई। वारदात के बाद हमलावर गंगा घाट के रास्ते भाग गए। मौके पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। आस-पास का एरिया सील कर दिया गया।
गमछा और सफेद कुर्ता पहने सपा नेता विजय यादव हैं। इन्हीं पर जानलेवा हुआ है। |
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- हमलावरों ने पहले गालियां देते हुए पथराव किया। उन्होंने विजय यादव को बाहर निकलने के लिए ललकारा, तो उनके घर की महिलाएं बाहर आ गईं। इस पर हमलावरों ने फायरिंग शुरू कर दी। 15-20 राउंड फायरिंग की, जिससे मोहल्ले में दहशत फैल गई। लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। मामले में इंस्पेक्टर राकेश पाल और चौकी इंचार्ज दरोगा राम प्रभाव सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
पूर्व पार्षद विजय यादव हिस्ट्रीशीटर है। उनको गोली नहीं लगी है। गोली लगने से उनकी पत्नी किरण (50), भतीजा सोम यादव (4) और भाई उमेश यादव (35) घायल हैं। विजय ने फायरिंग का आरोप सूरजकुंड के पार्षद प्रत्याशी अंकित यादव, साहिल यादव, गोविंद यादव, शोभित शर्मा पर लगाया है। पूर्व पार्षद विजय यादव की मां ने बताया- साहिल यादव मेरी दुकान पर दूध बेचता था। हमारे परिवार ने उसे कुछ दिन पहले दुकान से हटा दिया था। इससे वह नाराज चल रहा था। उसने मेरे बेटे को मारने की धमकी दी थी। साहिल यादव आज अपने साथी शोभित, गोविंद, शोभित यादव, अंकित यादव के साथ मेरे घर में घुसा था। साहिल यादव ने गोली चलाई। इस घटना में मेरे बेटे, देवर, पोते, देवरानी और,मेरे पैर में गोली लगी है।
मीरघाट इलाके में दिनदहाड़े फायरिंग का मामला नया नया नहीं, बल्कि घाट किनारे के वर्चस्व की लड़ाई है। घाट की दुकानों पर खरीदारी और वसूली को लेकर दोनों पक्ष पहले भी आमने-सामने आ चुके हैं। मीरघाट पर सपा नेता विजय यादव के लोग दुकान लगाते हैं। वहीं पर गोविंद यादव और अंकित यादव गुट की भी दुकानें हैं।
दर्शनार्थियों के फूल और पूजा सामग्री खरीदने को लेकर दोनों पक्षों में पहले भी झगड़ा हो चुका है। रविवार को पूजन सामग्री की दुकान पर झगड़ा हुआ, तो मौके पर गोविंद यादव और अंकित यादव ने अपने समर्थकों को बुला लिया। दोनों ने पिस्टल निकाल कर गोलियां बरसा दीं। वे लोग काफी देर तक विजय यादव का घर घेरे रहे।
चौक थाना पुलिस ने विजय यादव की तहरीर पर 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। तहरीर में कहा गया है कि आरोपी पूरे परिवार को जान से मारने की नीयत से आए थे। परिवार पर जानलेवा हमला किया। हमलावरों में अंकित यादव, गोविंद यादव, साहिल यादव, शोभित शर्मा समेत अन्य को नाजमद किया गया है। बाकी अज्ञात की पहचान पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर करेगी। वारदात के बाद घाट किनारे दुकान चलाने वाले अंकित यादव के समर्थक दुकानदार भी फरार हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया- झगड़े की शुरुआत मीरघाट की ओर हुई। झगड़ा बढ़ने के बाद अंकित यादव ने अपने समर्थकों को बुलाया। इसमें कई लोग सत्ता दल से भी जुड़े थे। इसके अलावा कुछ फूल-माला के कारोबारी थे। जब इनकी संख्या 20 से अधिक हो गई, तो सभी विजय यादव की गली में घुस गए। गली में दोनों ओर से 4-4 युवक लाठी-डंडे लेकर खड़े हो गए और उस ओर से आने-जाने वालों को रोक दिया। विजय के घर के बाहर पहुंचे लोगों ने ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए। इसके बाद वे लोग फायरिंग करने लगे। हमलावरों ने करीब 20 मिनट तक उत्पात किया। इस बीच पुलिस और स्थानीय लोगों की भीड़ जुटती देखकर सभी घाट के रास्ते ही भाग गए। जब पुलिस ने उनका पीछा किया, तब तक गलियों से भाग चुके थे।
सपा नेता विजय यादव का मीरघाट पर तीन मंजिला पुस्तैनी मकान है। इसमें उनके 6 भाइयों समेत 20 लोग रहते हैं। फर्स्ट फ्लोर पर विजय यादव का परिवार रहता है। बाकी भाई ऊपरी फ्लोर पर रहते हैं। जब घटना हुई, विजय यादव के परिजन ही चपेट में आए। इनके बीच दो साल पहले भी झगड़ा हुआ था। इसके बाद पिछले दिनों भी दोनों पक्ष आमने-सामने आए थे।