RSS चीफ मोहन भागवत ने गाजीपुर में 'भारत का मुसलमान' और 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक का विमोचन किया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को गाजीपुर पहुंचे। यहां उन्होंने परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद की जयंती पर उन पर लिखी पुस्तक 'मेरे पापा परमवीर' का विमोचन किया। साथ ही एक और पुस्तक 'भारत का मुसलमान' का भी विमोचन किया।
इस मौके पर भागवत बोले- आते आते मेन गेट पर मैंने पंक्ति लिखी देखी। शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर उनकी कुर्बानी का बाकी निशान होगा...। वास्तव में शहीद अमर हो जाते हैं। वो बलिदान देते हैं तब अमर होते हैं। शहीद का बलिदान महान होता है।
आगे उन्होंने कहा- अपने देश में परंपरा है कि जीवन जीना है तो उपभोग के लिए नहीं जीना है, मजे लेने के लिए नहीं जीना है। ये शहीद ऐसे जीते हैं कि अपना बलिदान कर इस सृष्टि को बनाने वाले भगवान से मिलना है। ये बहुत कठिन तपस्या है। वो अपने आप को बाकी जीवन से परे रखकर जीते हैं।
बनारस में प्रवास के बाद सोमवार सुबह 11 बजे वो गाजीपुर पहुंचे। यहां शहीद अब्दुल हमीद के गांव धामूपुर में उनकी प्रतिमा को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद रामचन्द्रन श्रीनिवासन की शहीद अब्दुल हमीद की जीवनी पर लिखी 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक लोकार्पण किया। वहीं उन्होंने कैप्टन मकसूद गाजीपुरी द्वारा प्रकाशित पुस्तक भारत का मुसलमान का भी भी मंच से विमोचन किया। कैप्टन मकसूद सेना से रिटायर्ड हैं। वो अब्दुल हमीद की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
शहीद वीर अब्दुल हमीद भारतीय सेना में नौकरी के दौरान वीर 10 सितबंर 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान खेमकरन सेक्टर के अग्रिम मोर्चे पर तैनात थे। यहां उन्होंने शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए आरसी गन के जरिए पाक सेना के कई पैटर्न टैंकों को ध्वस्त कर दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिये थे। इस लड़ाई में वो खुद शहीद हो गए थे। इसके बाद मरणोपरांत उनकी वीरता को परमवीर चक्र से नवाजा गया।
मोहन भागवत ने अब्दुल हमीद की जीवनी पर लिखी 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक का विमोचन किया। |
मंच पर आयोजक सदस्यों में शामिल संतोष सिंह यादव ने बताया- RSS को लेकर आम जन की एक धारणा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा मुसलमान के खिलाफ सोचता है और करता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जो गहराई से जानते हैं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का निर्माण ही इस राष्ट्र को परम वैभव तक पहुंचाने के उद्देश्य से हुआ है। हम अपने राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने के लिए तैयार रहते हैं।
उन्होंने कहा, ऐसे में चाहे जिस भी जाति और धर्म का व्यक्ति इस राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान करता है जिनका जीवन राष्ट्र के नाम पर समर्पित है और जिन लोगों ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस देश की रक्षा किया है, उनको नमन करने और श्रद्धांजलि देने के लिए और समाज में एक आदर्श प्रस्तुत करने के लिए RSS प्रमुख का आगमन धामूपुर में हो रहा है। यह परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद का पैतृक गांव है।